देश के राज्य में भी कोविड के नए वैरिएंट जेएन.1 के मामले बढ़ते जा रहे हैं। राज्य में 137 लोग अभी तक कोविड पॉजिटिव पाए गए हैं जिसमें से 46 मरीज रिकवर कर चुके हैं तो 90 केस एक्टिव है, जबकि एक मरीज की कोविट से मौत हो चुकी है। बढ़ते मामलों को देखते हुए जिला स्वास्थ्य विभाग भी अपने स्तर से मुस्तैद हो गया है। हालांकि अभी तक राज्य सरकार की ओर कोई एडवाइजरी जारी नहीं की गई है। पीएमओ विजय सिंह ने बताया कि महामारी से निपटने के लिए स्वास्थ्य प्रशासन अलर्ट है। अभी तक कोई केस जिले में नहीं आया है। फिर भी प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए एक वार्ड रखते हैं। जिसे आइसुलेशन वार्ड में तब्दील कर दिया जाएगा। जिसमें एक साथ 10 मरीजों को भर्ती कर सकते हैं। साथ ही बीमारी से लडऩे के लिए पीपीई किट के साथ 95 मास्क की सप्लाई है। ज्ञात हो कि कोविड की पहली और दूसरी लहर में जिले में सैकड़ों लोग संक्रमित हुए थे तो कई लोगों ने इस महामारी में अपने प्राण गंवा दिए। इन्हीं परिणामों को लेकर स्वास्थ्य विभाग अपनी तैयारियों को दुरुस्त कर रहा है।
सस्पेक्टेट मरीजों का किया जा रहा टेस्ट प्रमुख चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि इस समय मौसम के असर के कारण सर्दी, खांसी और बुखार के मरीज भी सामने आ रहे हैं, लेकिन सस्पेक्टेट मरीज के आने के बाद हम उसका कोविड टेस्ट भी कराते हैं। राज्य में कोविड के मामले सामने आने के बाद सेंटर लैब में कोविड का टेस्ट भी प्रारंभ कर दिया गया है। अभी तक जिले में कोई भी कोविड पॉजिटिव नहीं पाया गया है। प्रमुख चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि यह वैरिएंट्स नया है। हालांकि यह इतना खतरनाक नहीं है। लेकिन फिर भी लोगों को इससे बचने के लिए खुद को भी तैयार करना होगा। जिसके लिए अपने आस पास साफ-सफाई, बाहर का खाना के बजाय इम्युनिटी बढ़ाने वाले भोजन का लोग सेवन करें।
ऑक्सीजन प्लांट प्रारंभ, नहीं आएगी कमी कोराना की पहली और दूसरी लहर में जिला स्वास्थ्य प्रशासन को ऑक्सीजन की कमी का अभाव झेलना पड़ा था, लेकिन इस बार ऐसा नहीं होगा। क्योंकि पिछले तीन सालों से बंद पड़े जनाना अस्पताल स्थित 2 ऑक्सीजन प्लांट भी प्रारंभ कर दिए गए हैं। जिनसे प्रतिमाह पर्याप्त मात्रा ऑक्सीजन का उत्पादन हो रहा है। पीएमओ ने बताया कि ऑक्सीजन प्लांट प्रारंभ होने से अब अस्पतालों में उपयोग होने वाली ऑक्सीजन को खरीदना नहीं पड़ रहा। इससे विभाग को भी 2 लाख रुपए महीने की बचत हो रही है। क्योंकि अभी तक ऑक्सीजन प्लांट प्रारंभ नहीं होने से स्वास्थ्य विभाग को हर महीने लगभग 2 लाख रुपए कीमती 10 से 12 सिलेंडर खरीदने पड़ते थे।
बचाव ही कोविड का इलाज – भीड़ भाड़ वाले इलाके में जाने से बचें। – घर से निकलें तो मुंह पर मास्क पहनें। – हाथों को सेनिटाइज करते रहें। – जंक फूड का सेवन कतई नहीं करें।
– इम्युनिटी बढ़ाने वाला भोजन करें। – खांसी जुकाम होने पर डॉक्टर को दिखाएं। – सुबह प्रतिदिन योगा करें।