उधर, राजाखेड़ा नगर पालिका अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह जादौन ने बताया की समन्वित प्रयास, घर-घर कचरा संग्रहण का इसमें महत्वपूर्ण योगदान रहा है। पालिका कर्मियों की लगातार मेहनत के अब सकारात्मक परिणाम आने लगे हैं और अब अगले वर्ष तक हम अपनी रैंकिंग और ऊपर ले जाने का प्रयास करेंगे। रैंकिंग में सम्मानजनक स्थान पर आना हमारे लिए गर्व का विषय है साथ ही राज्य सरकार हमे पुरुस्कृत करने भी जा रही है। जादोन के अनुसार 3 स्टार रेटिंग वाली पालिकाओं में जिनकी आबादी 20 से 50 हजार के बीच है उस श्रेणी में हमने सम्पूर्ण राजस्थान में प्रथम स्थान हासिल किया है।
सफाई कर्मियों को श्रेय पालिका जादोन ने इस सबका सबसे बड़ा श्रेय पालिका के सफाई कर्मियों को देते हुए बताया कि बेहद कम संख्या में होते हुए भी उन्होंने समर्पित भाव से उत्कृष्ट कार्य निष्पादन कर अपनी महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन किया है। साथ ही प्रधाममंत्री स्वक्षता मिशन के तहत घर घर कचरा संग्रहण की भूमिका से गंदगी का उत्सर्जन अब सार्वजनिक तौर पर नियांत्रित हो गया है जिसे अब पालिका के स्तरीय डंपिंग यार्ड में एकत्रित किया जाता है जंहा आधुनिक एफ एसटीपी प्लांट भी लगा हुआ है जो कचरे का वर्गीकरण कर उसके निष्पादन में बड़ी भूमिका निभा रहा है। जादोन ने नागरिकों से भी आह्वान किया कि इस बढ़ते स्तर में वे भी ज्यादा जागरूक हों और कचरे को कचरा पात्र में ही संग्रहित करें। जिसे संग्रहण वाहन में ही निस्तारित करें।
धौलपुर में कचरा संग्रहण वाहन लापता, सफाई की चाल बिगड़ी धौलपुर नगर परिषद क्षेत्र में सफाई की चाल पहले ही बिगड़ी हुई है। शहर के पुराने इलाको ंमें सफाई कछ़ुआ चाल से है। परिषद के घर-घर कचरा संग्रहण करने वाले ऑटो टिपर अब कम नजर आते हैं। ये केवल वीआईपी इलाके में ही दौड़ रहे हैं। इनकी संख्या में अब अंगुलियां पर गिनने लायक नहीं रही है। ज्यादातर ऑटो टिपर खराब पड़े हैं। जिस वजह से लोग इधर-उधर कचरा फेंक रहे हैं। शहर में सफाई की स्थित चिंताजनक है। परिषद क्षेत्र में 60 वार्ड हैं और स्थाई कर्मियोंं की संख्या कम है जबकि कॉलोनियां लगातार बस रही हैं। साथ ही परिषद के पास संसाधनों की कमी से भी जूझ रहा है। रही सही कसर सीवरेज ने खराब कर रखी है।
धौलपुर जिले की रैकिंग शहर राज्य रैंक देश में रैंक राजाखेड़ा 16 280 धौलपुर 193 727 बाड़ी 220 765 बसेड़ी 221 1471 सरमथुरा 228 1491