पुलिस ने नशे के कारोबार के खिलाफ कार्रवाई करते हुए नाकाबंदी के दौरान स्मैक तस्कर को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है वहीं आरोपी युवक के कब्जा से स्मैक की पुडिय़ा बरामद की है। जो शहर में सप्लाई करने जा रहा था। पुलिस आरोपी युवक से स्मैक की खरीद फरोख्त को लेकर पूछताछ में जुटी है। थाना प्रभारी अनूप सिंह चौधरी ने बताया कि अवैध मादक पदार्थों की रोकथाम और अपराधियों की धर पकड़ को लेकर एसपी सुमित महेरणा के निर्देशन में थाना पुलिस ने हाइवें पर बड़ागांव व डौमपुरा के मध्य सघन नाकाबंदी कर चैकिंग की जा रही थी। नाकाबंदी के दौरान स्मैक तस्करी करने के आरोपी गीतेश उर्फ जीतेश पुत्र सियाराम उम्र 23 साल निवासी खरौली थाना सरमथुरा को मादक पदार्थ ले जाते हुए दबोचा है। थानाप्रभारी ने बताया कि नाकाबंदी के दौरान आरोपी युवक पैदल पैदल निकलते हुए पुलिस को चकमा देने की फिराक में था लेकिन आरोपी युवक पुलिस को देखकर हड़बड़ाहट में भागने की कोशिश करने लगा। पुलिस ने आरोपी को पकड़ कर पूछताछ की। पूछताछ में युवक ने अपना नाम गीतेश उर्फ जीतेश पुत्र सियाराम उम्र 23 साल निवासी खरौली थाना सरमथुरा होना बताया।
पुलिस ने आरोपी युवक की तलाशी ली गई तो पैंट की जेब में मादक पदार्थ की पुडिय़ा मिली। पुलिस ने आरोपी युवक को दस्तयाब कर गिरफ्तार किया हैं। पुलिस ने आरोपी युवक को गिरफ्तार कर स्मैक को जब्त किया हैं। पुलिस ने आरोपी के कब्जे से 07 ग्राम स्मैक बरामद की हैं। थाना प्रभारी ने बताया कि आरोपी स्मैक तस्कर का नेटवर्क पड़ोसी जिले करौली एवं गंगापुर सिटी सहित अन्य इलाकों तक फैला होने का अंदेशा हैं। जो स्मैक की सप्लाई करौली से सरमथुरा सहित आसपास के इलाके में करता है। पुलिस आरोपी से स्मैक की खरीद फरोख्त को लेकर पूछताछ में जुटी है।
मादक पदार्थों का नेटवर्क खोजने में लगी पुलिस करौली में गत पांच सालों से स्मैक का नशा तेजी से फैला है। करौली जिले में नशा से युवाओं का भविष्य बर्वाद होते देख नाबालिग बच्चों सहित 20 से 40 वर्ष के बीच के युवाओं को नशा की जकड़ में आने से सरमथुरा पुलिस सक्रिय हो गई हैं। मादक पदार्थों की तस्करी रोकने के लिए पुलिस ने अभियान चलाया हुआ हैं। क्योंकि सरमथुरा की सीमा करौली जिले से सटी होने के कारण इस कारोबार को रोकना पुलिस के लिए चुनौती बना हुआ हैं। हालांकि पहली बार में ही सरमथुरा पुलिस को कामयाबी हासिल होने के बाद पुलिस के हौसले बुलंद हैं। सबसे गंभीर बात तो यह है कि करौली जिले में स्कूल व कॉलेज के विद्यार्थी भी काफी संख्या में स्मैक की चपेट में अपना भविष्य चौपट कर रहे हैं।
घबराहाट, बेचैनी तथा नींद की कमी स्मैक के लक्षण मनोचिकित्सक डॉ. विक्रांत गोयल ने बताया कि स्मैक का सेवन करने से अनिद्रा, भ्रमित होना, मुंह सूखना, धडक़न कम होना, श्वास धीमी होना, त्वचा पर धब्बे, होठों पर कालापन, बालों का झडऩा, अवसाद, मानसिक अस्थिरता, तनाव, नाक से पानी बहना, घबराहाट, बैचेनी तथा नीद की कमी आदि स्मैक के लक्ष्णों में शामिल है। उन्होंने बताया कि स्मैक लेने से कुछ समय तक माइंड रिलेक्स रहता है।