सूत्रों के अनुसार दो नाम सामने आने से भाजपा के पदाधिकारी भी दुविधा में फंसते नजर आ रहे हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि पार्टी स्थानीय इकाई और शीर्ष नेतृत्व के बीच समन्वय स्थापित कर किसे अध्यक्ष पद की कमान सौंपती है। हालांकि नगरपालिका चुनाव सुथार के नेतृत्व में लड़ा गया था।
हाल ही में सागवाड़ा नगर पालिका के अध्यक्ष नरेंद्र खोड़निया और उपाध्यक्ष मोहमद इस्माइल को एक आदेश के तहत निलंबित किया गया है। इस निर्णय के बाद भाजपा पार्षदों के बीच अध्यक्ष पद को लेकर प्रतिस्पर्धा और तेज हो गई है। नगरपालिका में अध्यक्ष पद पर अब राज्य सरकार की ओर से मनोनयन किया जाना है।
मनोनयन में पार्षदों की भूमिका नहीं होगी। पालिका में अध्यक्ष पद के लिए अंतिम निर्णय भाजपा की स्थानीय इकाई और शीर्ष नेतृत्व की ओर से लिया जाएगा। यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि शीर्ष नेतृत्व किस पार्षद को इस पद की जिम्मेदारी सौंपती है।
भाजपा पदाधिकारी ने साधी चुप्पी
भाजपा जिला कार्यालय की ओर से स्वायत्त शासन मंत्री को भेजे गए पत्र के सोशल मीडिया पर वायरल होने पर स्वयं पार्टी पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता हैरान नजर आ रहे हैं। ऐसा महत्वपूर्ण पत्र आखिर बाहर कैसे आया। इस मामले को लेकर सभी ने चुप्पी साध रखी है। इस बारे में कोई भी कुछ कहने को तैयार नहीं है।