सुहेलदेव एक्सप्रेस गुजरने के बाद जब गार्ड की नजर पड़ी तो परिचालन रोक दिया गया। दोनों घटनाओं से रेल प्रशासन में हड़कंप मचा है। जयनगर से नई दिल्ली जाने वाली 12561 स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एक्सप्रेस गाजीपुर स्टेशन पर भोर में 2.55 बजे पहुंचती है। सोमवार की भोर में स्टेशन से पहले ही गेट नंबर 27-28 के बीच रजदेपुर में ट्रैक पर रखे लकड़ी बोटे से इंजन टकरा गया। इससे ट्रेन के इंजन का पाइप फट गया।
मालगाड़ी के इंजन से स्टेशन पर पहुंची ट्रेन
चालक ने गाड़ी रोककर कंट्रोल रूम को सूचना दी तो हड़कंप मच गया। आननफानन में आरपीएफ, जीआरपी और कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची। आरपीएफ, जीआरपी, रेलवे अधिकारी और सिविल पुलिस मौके पर पहुंची और जांच-पड़ताल में जुट गई। आनन-फानन औड़िहार में खड़ी एक मालगाड़ी के इंजन को मंगाकर स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस के इंजन से जोड़कर भोर 5.20 बजे गाजीपुर स्टेशन लाया गया। इसके बाद ट्रेन को गंतव्य के लिए रवाना किया गया। लगभग ढाई घंटे बाद दूसरे इंजन से ट्रेन 5.15 बजे रवाना हो सकी। मौके पर पहुंचे वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त वाराणसी एस रामाकृष्णन ने इसे साजिश करार देते हुए जांच के निर्देश दिए। उधर, जौनपुर में जफराबाद-सुल्तानपुर रूट पर हरपालगंज रेलवे स्टेशन से पूरब रजनीपुर गांव के पास सुबह रेल पटरी टूटी मिली।
शरारती तत्वों ने रेल ट्रैक पर रखे ईंट-पत्थर
देवरिया जिले के नोनापार रेलवे स्टेशन के पास सोमवार की सुबह रेल दुर्घटना होते-होते बची। कुछ शरारती तत्वों ने रेल ट्रैक पर ईंट-पत्थर रख दिए थे। प्रत्यक्षदशिर्यों के अनुसार अपलाइन पर करीब 10 मीटर तक छोटे-छोटे पत्थर बिछे हुए थे। उसी ट्रैक पर मालगाड़ी आ गई। मालगाड़ी के पहिए जैसे ही पत्थर पर पड़े, काफी तेज आवाज आई।