script“छात्रनेता समागम समारोह एवं राष्ट्रीय संगोष्ठी” में छात्र हितों पर होगा विचार : राजेश पांडे | Patrika News
गोरखपुर

“छात्रनेता समागम समारोह एवं राष्ट्रीय संगोष्ठी” में छात्र हितों पर होगा विचार : राजेश पांडे

राजेश पाण्डेय ने बताया कि संगोष्ठी का उद्देश्य छात्र राजनीति के सकारात्मक पक्ष, जनसेवा में उसकी भूमिका, नेतृत्व निर्माण तथा राष्ट्र निर्माण में युवाओं की भूमिका पर सार्थक संवाद स्थापित करना है।

गोरखपुरJul 23, 2025 / 09:48 pm

anoop shukla

Up news, gorakhpur, politics

फोटो सोर्स: पत्रिका, पत्रकार वार्ता करते BJP नेता राजेश पाण्डेय

गोरखपुर विश्वविद्यालय परिसर में दिनांक 27 जुलाई 2025 को एक ऐतिहासिक एवं महत्वपूर्ण आयोजन होने जा रहा है। “छात्रनेता समागम समारोह एवं राष्ट्रीय संगोष्ठी” के अंतर्गत, विश्वविद्यालय एवं सम्बद्ध महाविद्यालयों के पूर्व व वर्तमान छात्रनेताओं का समागम होगा, जिसमें छात्र राजनीति के योगदान, मूल्य एवं भविष्य पर विचार किया जाएगा।
उक्त बाते वरिष्ठ भाजपा नेता एवं पूर्व छात्र नेता गोरखपुर विश्वविद्यालय “राजेश पाण्डेय” ने आज आयोजित पत्रकार वार्ता में कही।

मुख्य अतिथि के रूप में सीएम को किया गया है आमंत्रित

राजेश पाण्डेय ने बताया कि,इस अवसर पर देश की शीर्ष राजनीतिक हस्तियों, शिक्षाविदों, पूर्व छात्रसंघ अध्यक्षों एवं प्रबुद्ध जनों की उपस्थिति प्रस्तावित है। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में उत्तर प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी को आमंत्रित किया गया है, जिनसे इस आयोजन में सम्मिलित होने हेतु स्वीकृति की प्रार्थना की गई है।इस यह आयोजन युवाओं को प्रेरणा देने तथा लोकतांत्रिक मूल्यों की पुनर्स्थापना की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।

लोकतांत्रिक मूल्यों की होगी पुनर्स्थापना

गोरखपुर विश्वविद्यालय में आयोजित “छात्रनेता समागम समारोह एवं राष्ट्रीय संगोष्ठी” के मंच से हम सभी छात्र नेता/छात्र प्रतिनिधि, पूर्व छात्रनेता एवं विश्वविद्यालय समुदाय की ओर से निम्नलिखित अत्यंत महत्वपूर्ण विषयों के सन्दर्भ में इस राष्ट्रीय स्तर की संगोष्ठी के माध्यम से मांग करेंगे।
(1) छात्रसंघ चुनाव की पुनर्बहाली: विश्वविद्यालयों में लोकतांत्रिक प्रक्रिया को मजबूत करने हेतु छात्रसंघ चुनाव शीघ्र कराए जाएं, छात्र राजनीति से नेतृत्व, संवाद, अभिव्यक्ति एवं सामाजिक चेतना का विकास होता है, जो राष्ट्र के लोकतांत्रिक ढांचे के लिए आवश्यक है, लिंगदोह समिति की अनुशंसाओं के अनुसार पारदर्शी, समयबद्ध एवं शांतिपूर्ण चुनाव की नीति बने और उसका पालन हो, छात्रसंघ को केवल मंच नहीं, बल्कि प्रशासन एवं विश्वविद्यालय प्रबंधन के साथ संवाद का संवैधानिक माध्यम बनाया जाए।
(2)छात्रों के लिए वैकल्पिक रोजगार की ठोस व्यवस्था: विश्वविद्यालय स्तर पर “स्टूडेंट पार्ट-टाइम एम्प्लॉयमेंट स्कीम” लागू की जाए जिससे पढ़ाई के साथ-साथ छात्र आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बन सकें, स्नातक एवं परास्नातक स्तर पर अध्ययनरत छात्रों के लिए इंटर्नशिप आधारित रोजगार योजना चलाई जाए, जिसमें राज्य सरकार की भागीदारी हो, युवाओं के लिए स्टार्टअप प्रशिक्षण शिविर, स्वरोजगार सहायता केंद्र, डिजिटल स्किल डेवेलपमेंट हब की स्थापना हो, विश्वविद्यालयों में “रोजगार मार्गदर्शन प्रकोष्ठ” (Career Counseling Cell) को अनिवार्य एवं सक्रिय बनाया जाए।
(3)तकनीकी एवं उद्यमशीलता शिक्षा का विस्तार:परंपरागत पाठ्यक्रमों के साथ-साथ छात्रों को तकनीकी शिक्षा, डिजिटल मार्केटिंग, एग्रीटेक, फ्रीलांसिंग, और लोकल उद्यमिता के प्रति प्रेरित किया जाए, “युवाशक्ति को काम” अभियान चलाकर छात्राओं को भी आत्मनिर्भर बनाने पर बल दिया जाए, अतः,आप सभी मीडिया बंधुओं से अनुरोध है कि दिनांक 27 जुलाई को आप इस महा आयोजन में पधार कर हमारे सकारात्मक उद्देश्यों को गति प्रदान करें।

Hindi News / Gorakhpur / “छात्रनेता समागम समारोह एवं राष्ट्रीय संगोष्ठी” में छात्र हितों पर होगा विचार : राजेश पांडे

ट्रेंडिंग वीडियो