संविधान को आत्मा में बसाना पड़ता है-सिंधिया
डॉ.भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा को लेकर जारी कांग्रेस के सत्याग्रह और उपवास पर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि संविधान को सिर्फ हाथ में लेकर घूमने से कुछ नहीं होता, उसे आत्मा में बसाना पड़ता है। 25 जून 1975 को इसी पार्टी ने देश पर आपातकाल थोप दिया था, जो भारतीय लोकतंत्र का सबसे काला अध्याय है। जिस दिन कांग्रेस ने संविधान को पैरों तले रौंदा था। आज उसी दिन ये लोग संविधान की दुहाई दे रहे हैं। 25 जून कांग्रेस के लिए पश्चाताप का दिन होना चाहिए। हर साल उन्हें इस दिन अपने पापों को याद करके प्रायश्चित करना चाहिए।
‘उल्टा चोर कोतवाल को डांटे’
सिंधिया ने कांग्रेस पर हमलावर होते हुए कहा कहा कि जिस पार्टी ने अंबेडकर के खिलाफ चुनाव में उम्मीदवार उतारा, उन्हें हराया, और फिर कैबिनेट से बाहर कर दिया, वह आज अंबेडकर का नाम लेकर राजनीति कर रही है। यह तो वही बात हुई जैसे उल्टा चोर कोतवाल को डांटे। कांग्रेस यही कपड़े पहनकर घूम रही है।
एमपीएल के लिए महार्यमन को दी बधाई
सिंधिया ने एमपीएल को लेकर कहा कि मध्यप्रदेश खेल के क्षेत्र में एक नई ऊंचाई छूने जा रहा है। MPL 2 का फाइनल मैच आज आयोजित किया जा रहा है। इसलिए की गठन के बाद नवरत्नों को खोज खोज कर मौका देकर पुनः राष्ट्र पटल पर नहीं विश्व पटल पर उनका हुनर देखने को मिल रहा है। पिछले वर्ष मध्य प्रदेश के 11 खिलाड़ियों को आईपीएल के संस्करण में मौका मिला। इस वर्ष जो टीम आईपीएल जीती है। उसका कप्तान भी हमारे मध्य प्रदेश का खिलाड़ी है। एमपीसीए जीडीसीए सहित महार्यमन को भी बधाई देता हूं।