काउंटर खुले लेकिन श्योपुर में ट्रेन नहीं पहुंची
ग्वालियर-श्योपुर के बीच लगभग सौ साल से नैरोगेज ट्रेन का संचालन होता था। कोरोना काल के समय 2020 में इसे बद्द कर दिया गया। उसके बाद से ब्रॉडगेज लाइन का काम चल रहा है। पांच साल में श्योपुर से लगभग सौ किमी पहले कैलारस तक ब्रॉडगेज लाइन पहुंची। इधर, श्योपुर में रिजर्वेशन काउंटर खोल दिया। रेलवे ने कर्मचारियों की ड्यूटी भी लगाई। वहीं राठ में सांस की मांग पर 2006 में रिजर्वेशन काउंटर खोल दिया गया, लेकिन ट्रेनें नहीं चलीं। यह भी पढ़े –
MPPSC Big Update: दो चरण में होंगी परीक्षाएं, यहां देखें एग्जाम से लेकर साक्षात्कार तक की पूरी जानकारी रिजर्वेशन कराने दूसरे शहर जाते हैं
इस मामले में भिंड सांसद संध्या राय ने कहा कि ‘ग्वालियर-चंबल संभाग में गोहद, सोनी और मालनपुर ऐसे स्टेशन हैं, जहां यात्रियों को रिजर्वेशन टिकट ही नहीं मिलती। यहां भिंड-रतलाम इंटरसिटी, इटावा कोटा एक्सप्रेस जैसी कई ट्रेनों का ठहराव है। इन स्टेशनों से प्रतिदिन 500 यात्री ट्रेनों का सफर करते हैं। फिर भी रिजर्वेशन के लिए यात्रियों को दूसरे शहरों में जाना पड़ता है। जब ट्रेनों का ठहराव है तो यहां पर रिजर्वेशन की भी सुविधा मिलना चाहिए। इसके लिए क्षेत्र के लोगों से चर्चा कर रेल मंत्री को पत्र लिखकर आवश्यक पहल करेंगे।’
वहीँ झांसी मंडल के पीआरओ मनोज कुमार सिंह का कहना है कि ‘यात्रियों की सुविधा के लिए रेलवे ने रिजर्वेशन केंद्र बनाए हैं। कुछ स्टेशनों पर जनरल टिकट ही मिलती है। इसको लेकर आगामी कार्य योजना बनाएंगे।’