बता दें कि कार में सवार मृतकों की पहचान श्रीगंगानगर जिले के गांव फरसेवाला निवासी पुनीत नाई (25) पुत्र बलवीर, उसके साथ कार में बैठे 23 बीबी पदमपुर निवासी कृष्णलाल (45) पुत्र कालूराम अरोड़ा तथा ओसिया जिला कन्नौज (उत्तर प्रदेश) निवासी सेल्समैन दलीप पाल (32) पुत्र रामविलास के रूप में हुई है। मौके पर थाने से पुलिस टीम लेकर पहुंचे एएसआई रोहिताश ने बताया कि अचानक कार और ट्राला आमने-सामने टकरा गए। कार हनुमानगढ़ की ओर जा रही थी, जबकि ट्राला हनुमानगढ़ से हरियाणा की ओर जा रहा था।
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शोर सुन पहुंचे ग्रामीण
वाहनों की भिड़त का शोर सुनकर ग्रामीण, टोलकर्मी और राहगीर मौके पर पहुंच गए। कार आगे की ओर ट्राला के नीचे दबकर पिचकने से बिखर गई। कार में सवार लोग फंसे हुए थे। राज किंगरा के नेतृत्व में आई श्रीगुरुनानक सहारा समिति स्वयंसेवकों की टीम ने आनन-फानन में लोगों की मदद से कार में फंसे हुए घायलों को बाहर निकालने की कवायद शुरू हुई। क्रेन की मदद से कार को बाहर निकाला। दरवाजे काटकर मशक्कत से बाहर निकाले घायलों को राजकीय अस्पताल हनुमानगढ़ टाऊन भेजा गया। जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
पुनीत माता-पिता की इकलौती संतान
मोर्चरी रूम में देर रात शव रखवाए गए। शनिवार सुबह पोस्टमॉर्टम उपरांत परिजनों को सौंपे गए। बताया जा रहा है कि पुनीत अपने माता-पिता की इकलौती संतान था। नगराना गांव में इनका शराब ठेका है। मृतक ठेका से गोदाम जा रहे थे कि बस अड्डा समीप भीषण हादसा हो गया, जिस किसी ने भी घटना स्थल का मंजर देखा आंखे द्रवित हो गईं। समवेत स्वर में यही निकला ‘ईश्वर किसी को ऐसी मौत न दे’। पुलिस मामले में आगामी कार्रवाई कर रही है।