1. सर्दी में शुगर कंट्रोल के लिए योग और एक्सरसाइज की अहमियत
सर्दी के मौसम में शरीर के मेटाबॉलिज्म में कुछ बदलाव होते हैं, जिससे शुगर (Blood sugar) का स्तर बढ़ सकता है। बाबा रामदेव के अनुसार, शुगर को नियंत्रित करने के लिए सबसे जरूरी है नियमित व्यायाम और योग। यदि सर्दी या प्रदूषण की वजह से बाहर वॉक पर नहीं जा सकते, तो घर पर ही योगिक जॉगिंग, स्क्वाट्स और वॉल सिट्स जैसी सरल एक्सरसाइज की जा सकती है। वॉल सिट्स: इस अभ्यास में दीवार के सहारे खड़े होकर बैठने की स्थिति में आना होता है। यह अभ्यास मसल्स को मजबूत करता है और शुगर (Blood sugar) को 52% तक कम करने में मदद करता है।
स्क्वाट्स: महज 10 मिनट के स्क्वाट्स से शरीर के मसल्स में ग्लूकोज का उपयोग बढ़ता है और ब्लड शुगर कम होता है। योगिक जॉगिंग: घर में ही योगिक जॉगिंग करने से शुगर 50 गुना तेजी से घट सकता है।
2. आहार में बदलाव: शुगर कंट्रोल करने के उपाय
आहार में बदलाव भी शुगर (Blood sugar) के स्तर को नियंत्रित करने में अहम भूमिका निभाता है। बाबा रामदेव (Baba Ramdev) का मानना है कि ‘टोटल डाइट रिप्लेसमेंट’ यानि साबुत अनाज, फल-सब्जियां और कम फैट वाले प्रोटीन का सेवन करना चाहिए। इसके साथ ही, इंटरमिटेंट फास्टिंग भी ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद करता है। शुगर को नियंत्रित करने वाले आहार: - मेथी पाउडर: रोज एक चम्मच मेथी पाउडर का सेवन करें।
- लहसुन: सुबह 2 कली लहसुन का सेवन करें, यह शुगर को नियंत्रित रखने में सहायक है।
- खीरा, करेला और टमाटर का जूस: इनका सेवन ब्लड शुगर को कम करने में मदद करता है।
- गिलोय का काढ़ा: गिलोय के काढ़े का नियमित सेवन शरीर की रोग प्रतिकारक क्षमता को बढ़ाता है और शुगर को कंट्रोल करता है।
3. सर्दी में शुगर का इम्बैलेंस: क्या करें?
सर्दी के मौसम में शुगर (Blood sugar) का इम्बैलेंस बढ़ सकता है, इसलिए डायबिटीज मरीजों को कुछ खास बातों का ध्यान रखना चाहिए:
- गर्म रखें शरीर को: सर्दियों में शरीर को गर्म रखें, जिससे शुगर का स्तर नियंत्रित रहे।
- हाई कैलोरी फूड से बचें: सर्दियों में अक्सर हाई कैलोरी वाले भोजन का सेवन बढ़ जाता है, लेकिन इससे बचना चाहिए।
- वर्कआउट जरूरी करें: रोज़ 20-25 मिनट की एक्सरसाइज से शुगर नियंत्रित रहता है।
- धूप में बैठें: आधे घंटे तक सूरज की धूप में बैठने से शरीर में विटामिन D का स्तर बढ़ता है, जो शुगर को कंट्रोल करता है।
4. डायबिटीज से संबंधित अन्य स्वास्थ्य समस्याएं
अगर डायबिटीज का इलाज समय पर न किया जाए, तो यह अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है जैसे:
- दिल की बीमारियां: डायबिटीज मरीजों में हार्ट अटैक का खतरा 4 गुना ज्यादा होता है।
- आंखों की समस्याएं: डायबिटीज से आंखों की रोशनी पर असर पड़ सकता है।
- किडनी की समस्याएं: शुगर बढ़ने से किडनी पर भी असर पड़ सकता है।
5. डायबिटीज के लक्षण और उनके उपाय
डायबिटीज के लक्षणों में शामिल हैं:
- ज्यादा प्यास लगना
- बार-बार यूरिन आना
- बहुत भूख लगना
- वजन घटना
- चिड़चिड़ापन, थकान, कमजोरी, धुंधला दिखना
इन लक्षणों को नजरअंदाज न करें और समय पर इलाज करवाएं।
6. नॉर्मल और प्री-डायबिटीज शुगर लेवल
- नॉर्मल शुगर लेवल:
- खाने से पहले: 100 से कम
- खाने के बाद: 140 से कम
- प्री-डायबिटीज शुगर लेवल:
- खाने से पहले: 100-125 mg/dl
- खाने के बाद: 140-199 mg/dl
- डायबिटीज शुगर लेवल:
- खाने से पहले: 125 से ज्यादा mg/dl
- खाने के बाद: 200 से ज्यादा mg/dl
बाबा रामदेव (Baba Ramdev) के योगिक उपाय, आहार में बदलाव और नियमित व्यायाम से सर्दियों में ब्लड शुगर को कंट्रोल किया जा सकता है। यदि आप डायबिटीज से प्रभावित हैं, तो जीवनशैली में सुधार और सही खानपान से शुगर के स्तर को नियंत्रित किया जा सकता है।