रेडियोथेरेपी या कीमोथेरेपी के बाद हार्मोनल असंतुलन
क्या करें:
रेडियोथेरेपी या कीमोथेरेपी के बाद हार्मोन स्राव प्रभावित हो सकता है। आपको एंडोक्राइनोलॉजिस्ट से मिलकर थायरॉयड, ग्रोथ हार्मोन और सेक्स हार्मोन की जांच करानी चाहिए। उचित दवाइयां और जीवनशैली सुधार से हार्मोनल संतुलन बेहतर किया जा सकता है। बालों की सेहत के लिए प्रोटीन युक्त आहार और डॉक्टर की सलाह अनुसार विटामिन सप्लीमेंट लेना उपयोगी रहेगा।
रूखी त्वचा, ठंडे हाथ-पैर और वजन बढ़ना
जांच: थायरॉयड प्रोफाइल (TSH, T3, T4)
रूखी त्वचा, ठंड लगना और वजन बढ़ना थायरॉयड हार्मोन की कमी के लक्षण हो सकते हैं। एक सरल रक्त परीक्षण से थायरॉयड की स्थिति का पता चलता है। इसके अनुसार डॉक्टर दवाइयां और आहार सुझाव देंगे।
मासिक चक्र अनियमित, मुहांसे और शरीर पर बाल बढ़ना
यदि मासिक चक्र अनियमित हो, चेहरे व शरीर पर अनचाहे बाल उगें और मुंहासे बढ़ जाएं, तो यह हार्मोनल असंतुलन या PCOS का लक्षण हो सकता है। एंडोक्राइनोलॉजिस्ट से जांच कराएं और दवाइयों के साथ जीवनशैली में बदलाव करें।
नींद खराब, मूड स्विंग और घबराहट
संकेत: हार्मोनल बदलाव या मानसिक तनावनींद की समस्या, मूड में बदलाव और दिल की धड़कन तेज होना हार्मोन असंतुलन या तनाव दोनों के कारण हो सकते हैं। थायरॉयड और एड्रिनल हार्मोन की जांच जरूरी है। साथ ही योग, ध्यान और चिकित्सीय परामर्श मददगार साबित होंगे।
किशोरावस्था में धीमी बढ़ोतरी
14 साल की बच्ची की लंबाई धीमी बढ़ रही हो और शारीरिक विकास कम हो, तो हार्मोनल जांच करानी चाहिए। ग्रोथ हार्मोन, थायरॉयड और यौन हार्मोन की जांच से कारण पता चलेगा। विशेषज्ञ सलाह पर उचित उपचार शुरू करें।
थकान, बाल झड़ना और उदासी
ऊर्जा की कमी, बाल झड़ना और निरंतर उदासी हार्मोनल असंतुलन या डिप्रेशन का संकेत हो सकता है। रक्त जांच कराएं और डॉक्टर से सही निदान लें।
उम्र से पहले झुर्रियां और थका हुआ चेहरा
30 की उम्र में त्वचा पर झुर्रियां और बाल पतले होना हार्मोनल बदलाव, थायरॉयड समस्या या जीवनशैली से जुड़ा हो सकता है। त्वचा विशेषज्ञ और एंडोक्राइनोलॉजिस्ट से परामर्श करें।
मासिक चक्र में तेज दर्द और चक्कर आना
मासिक चक्र में तेज दर्द, थकान और चक्कर आने की समस्या को हल्के में न लें। एंडोमेट्रियोसिस, यूटरिन फाइब्रोइड या अन्य समस्या हो सकती है। डाक्टरी जांच जरूरी है।
बिना कारण वजन कम होना और भूख कम लगना
अगर वजन घट रहा है और भूख कम लग रही है, तो यह किसी अंदरूनी बीमारी जैसे थायरॉयड, डायबिटीज या कैंसर का संकेत हो सकता है। शीघ्र चिकित्सक से मिलें और पूरी जांच कराएं।