6 किमी तक चली लंबी यात्रा
यात्रा के दौरान प्रेम मंदिर के बाहर भजन-कीर्तन किया गया। अंतिम यात्रा के दौरान सारे अनुयायी भावुक नजर आए। श्रद्धांजलि देने के लिए जगह-जगह पुष्प वर्षा की गई, यह अंतिम यात्रा 6 किलोमीटर लंबी थी। इस यात्रा में इतने लोग शामिल थे कि वहां चल पाना भी मुश्किल हो रहा था। 3 दिनों से उनका शव अंतिम दर्शन के लिए प्रेम मंदिर में रखा हुआ था।
कार हादसे में हुई मौत
डॉ विशाखा का नोएडा के जेवर में कार हादसे में उनकी मौत हो गई थी। इस हादसे के पीछे साजिश की आशंका जताई जा रही है। फिलहाल पुलिस इस मामले की जांच कर रही है। बता दें कि करीब 15 साल पहले कृपालु महाराज की भी एक हादसे में ही मौत हुई थी। प्रतापगढ़ के आश्रम में फिसलने के कारण उनके सिर चोट आई थी, जिसके बाद वे कोमा में चले गए थे। इसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया था, जहां उनका निधन हो गया था। 15 नवंबर 2013 को कृपालु महाराज ने अंतिम सांस ली थी।