दिवाली के अवसर पर आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं में मूक-बधिर बच्चों ने अपना टैलेन्ट दिखाया। मूक-बधिर आवासीय विद्यालय में आयोजित इन स्पर्धाओं में विद्यार्थियों का उत्साह देखते ही बन रहा था। सभी विद्यार्थियों को दूदाराम चौधरी थोब परिवार की ओर से मिष्ठान एवं उपहार वितरण के साथ ही विजेता प्रतिभागियों को पारितोषिक का वितरण किया गया। इन-आउट प्रतियोगिता के बालिका वर्ग में भीनो एम. प्रथम, लावण्या पी. द्वितीय एवं सुमा गुडियाल तृतीय रही। बालक वर्ग में बसवराज प्रथम, प्रकाश द्वितीय एवं संतोष तृतीय रहे। म्यूजिकल चेयर स्पर्धा के बालिका वर्ग में सुमा गुडयाल प्रथम, सुधा वी. द्वितीय एवं पालकी एम. तृतीय रही। बालक वर्ग में बसवराज हरकुरी प्रथम, उजर काक्कुडी द्वितीय एवं हेमर तृतीय रहे।
राजस्थान मूल की ममता चौधरी थोब एवं कविता चौधरी थोब ने स्कूल के सभी मूक-बधिर बच्चों को मिष्ठान एवं उपहार का वितरण किया। उन्होंने कहा कि वे अमावस्या, पूर्णिमा या अन्य प्रमुख अवसरों पर यहां आकर इन बच्चों के लिए आगे भी सहयोग देतीं रहेंगी। भूमिका चौधरी एवं रूशिका चौधरी ने निर्णायक की भूमिका निभाई। मिलन चौधरी, खुशी चौधरी व युवराज ने भरतनाट्यम की प्रस्तुति दी। प्रारम्भ में राजस्थान पत्रिका हुब्बल्ली के संपादकीय प्रभारी अशोक सिंह राजपुरोहित ने राजस्थान पत्रिका के सामाजिक सरोकार के बारे में जानकारी दी एवं दिवाली की महत्ता के बारे में बताया। प्रियदर्शिनी मूक-बधिर आवासीय विद्यालय की प्रधानाध्यापिका गिरिजा नायक ने आभार ज्ञापित किया।
समारोह के मुख्य अतिथि एवं प्रायोजक श्री आंजणा पटेल समाज सेवा संघ हुब्बल्ली के पूर्व अध्यक्ष दूदाराम चौधरी थोब ने बच्चों को प्रकाश पर्व पर नई उमंग एवं उत्साह के साथ अपने सपनों को पूरा करने के लिए प्रेरित किया। साथ ही बच्चों से दीपावली के पर्व पर प्रेरणा लेकर जीवन पथ पर आगे बढऩे का संकल्प लेने का आह्वान किया। मूूक-बधिर बच्चे भी किसी से कम नहीं हैं। ऐसे आयोजनो से निसंदेह एक नई ऊर्जा मिलती है। आने वाले दिनों में ऐसे कई अन्य कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि जब भी समय मिले इन बच्चों के साथ कुछ वक्त जरूर बिताना चाहिए। मूक-बधिर बच्चे भी इस दीपावली पर्व की खुशी में सहभागी बन सकें, इसी मकसद के साथ उनके बीच रहकर दीपावली पर्व मनाने का निर्णय लिया।