धार्मिक पाठशाला का संचालन
संघ के पदाधिकारियों ने कहा कि यहां धार्मिक पाठशाला का संचालन किया जाता है। इसमें बच्चे प्रतिक्रमण सूत्र, धार्मिक बातें एवं संस्कार सीख रहे हैं। पिछले 15 साल से जैन भोजनशाला का संचालन किया जा रहा है। पाश्र्वनाथ जैन श्वेताम्बर संघ बल्लारी कई धार्मिक एवं सामाजिक सेवा कार्यों में अग्रणी बना हुआ है। यहां पुरषादानीय पाश्र्वनाथ भगवान मंदिर करीब सौ साल पुराना है। मंदिर के पास ही चार मंजिला पाश्र्व जैन भवन बना हुआ है। पाश्र्वनाथ भगवान के साथ ही शहर में जैन तीर्थकरों के सात मंदिर बने हुए हैं। महावीर जन्म कल्याणक यहां धूमधाम से मनाया जाता है। इस मौके पर शोभायात्रा निकाली जाती है।
संघ के पदाधिकारियों ने कहा कि यहां धार्मिक पाठशाला का संचालन किया जाता है। इसमें बच्चे प्रतिक्रमण सूत्र, धार्मिक बातें एवं संस्कार सीख रहे हैं। पिछले 15 साल से जैन भोजनशाला का संचालन किया जा रहा है। पाश्र्वनाथ जैन श्वेताम्बर संघ बल्लारी कई धार्मिक एवं सामाजिक सेवा कार्यों में अग्रणी बना हुआ है। यहां पुरषादानीय पाश्र्वनाथ भगवान मंदिर करीब सौ साल पुराना है। मंदिर के पास ही चार मंजिला पाश्र्व जैन भवन बना हुआ है। पाश्र्वनाथ भगवान के साथ ही शहर में जैन तीर्थकरों के सात मंदिर बने हुए हैं। महावीर जन्म कल्याणक यहां धूमधाम से मनाया जाता है। इस मौके पर शोभायात्रा निकाली जाती है।
दक्षिण में हिंदी भाषा में मिल रही खबरें
श्री पाश्र्वनाथ जैन श्वेताम्बर संघ बल्लारी के अध्यक्ष उत्सव लाल बागरेचा ने कहा, राजस्थान पत्रिका निश्चित ही उत्तर एवं दक्षिण को जोड़कर रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। राजस्थान पत्रिका के माध्यम से हमें राजस्थान की सभी खबरें भी यहां दक्षिण में हिंदी भाषा में पढऩे को मिल रही है।
श्री पाश्र्वनाथ जैन श्वेताम्बर संघ बल्लारी के अध्यक्ष उत्सव लाल बागरेचा ने कहा, राजस्थान पत्रिका निश्चित ही उत्तर एवं दक्षिण को जोड़कर रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। राजस्थान पत्रिका के माध्यम से हमें राजस्थान की सभी खबरें भी यहां दक्षिण में हिंदी भाषा में पढऩे को मिल रही है।
सभी तरह के समाचारों का कवरेज
स्थानकवासी जैन संघ बल्लारी के अध्यक्ष केवलचन्द विनायकिया ने कहा, हर तरह की जानकारी राजस्थान पत्रिका के माध्यम से मिल रही है। चाहे देश-विदेश की जानकारी हो, खेलकूद हो, वाणिज्य या फिर कला एवं संस्कृति। हर तरह के समाचारों का कवरेज राजस्थान पत्रिका में हो रहा है।
स्थानकवासी जैन संघ बल्लारी के अध्यक्ष केवलचन्द विनायकिया ने कहा, हर तरह की जानकारी राजस्थान पत्रिका के माध्यम से मिल रही है। चाहे देश-विदेश की जानकारी हो, खेलकूद हो, वाणिज्य या फिर कला एवं संस्कृति। हर तरह के समाचारों का कवरेज राजस्थान पत्रिका में हो रहा है।
जन्मभूमि से जोड़कर रखा
बल्लारी के सूरजमल दांतेवाडिय़ा ने कहा, निश्चित ही राजस्थान पत्रिका ने प्रवासियों को अपनी जन्मभूमि से जोड़े रखने में अपनी महत्ती भूमिका निभाई है। समय-समय पर पर्व-त्योहार, सभ्यता एवं संस्कृति तथा रीति-रिवाज एवं परम्पराओं पर प्रकाशित समाचारों के जरिए जन्मभूमि से जोड़कर रखता है।
बल्लारी के सूरजमल दांतेवाडिय़ा ने कहा, निश्चित ही राजस्थान पत्रिका ने प्रवासियों को अपनी जन्मभूमि से जोड़े रखने में अपनी महत्ती भूमिका निभाई है। समय-समय पर पर्व-त्योहार, सभ्यता एवं संस्कृति तथा रीति-रिवाज एवं परम्पराओं पर प्रकाशित समाचारों के जरिए जन्मभूमि से जोड़कर रखता है।
प्रवासियों के समाचारों को जगह
तेरापंथ जैन सभा बल्लारी के अध्यक्ष हरीश खींवेसरा के साथ ही श्री पाश्र्वनाथ जैन श्वेताम्बर संघ बल्लारी के ट्रस्टी रोशन जैन, अनील जैन, कीर्ति जैन एवं भरत जैन ने राजस्थान पत्रिका के दो दशक के सफर की प्रशंसा करते हुए कहा कि राजस्थान पत्रिका अपनी निष्पक्षता के साथ पत्रकारिता के धर्म को निभा रहा है। प्रवासियों के विभिन्न धार्मिक, सामाजिक आयोजनों को पत्रिका ने प्रमुखता के साथ प्रकाशित किया है।
तेरापंथ जैन सभा बल्लारी के अध्यक्ष हरीश खींवेसरा के साथ ही श्री पाश्र्वनाथ जैन श्वेताम्बर संघ बल्लारी के ट्रस्टी रोशन जैन, अनील जैन, कीर्ति जैन एवं भरत जैन ने राजस्थान पत्रिका के दो दशक के सफर की प्रशंसा करते हुए कहा कि राजस्थान पत्रिका अपनी निष्पक्षता के साथ पत्रकारिता के धर्म को निभा रहा है। प्रवासियों के विभिन्न धार्मिक, सामाजिक आयोजनों को पत्रिका ने प्रमुखता के साथ प्रकाशित किया है।