इंदौर में महिलाएं तेजी से संपत्ति की मालकिन भी बन रही हैं। इस वित्त वर्ष में
इंदौर में 75,840 रजिस्ट्री हुई है, जिसमें 1 लाख 58 हजार 740 दस्तावेज दर्ज हुए हैं। वरिष्ठ जिला पंजीयक दीपक कुमार शर्मा ने बताया कि सरकार को फरवरी तक 2070.28 करोड़ रुपए का राजस्व प्राप्त हुआ है, जिसमें 365.53 करोड़ रुपए महिलाओं की रजिस्ट्री से मिले हैं। गाइड लाइन के हिसाब से देखा जाए तो 5214 करोड़ रुपए की संपत्ति महिलाओं के नाम हुई है। वर्ष 2023-24 में 36 हजार 275 रजिस्ट्री महिलाओं के नाम हुई थी, जिसका प्रतिशत 38 था। इस वर्ष दो प्रतिशत का इजाफा हुआ है।
सरकार की योजना का रहा असर
मध्य प्रदेश में संपत्ति रजिस्ट्री से शहरी क्षेत्र में 12.5 और ग्रामीण में 9.5 प्रतिशत स्टाप ड्यूटी लगती है। सरकार ने महिलाओं को रजिस्ट्री में दो प्रतिशत की छूट दे रखी है। छूट का यह आंकड़ा बड़ा होता है और महिलाओं को हजारों रुपए का फायदा मिल जाता है। मालूम हो, इंदौर में महिलाएं शिक्षा, व्यवसाय जैसे कई क्षेत्रों में लगातार आत्मनिर्भर बन रही हैं। सरकार की तरफ से मिलने वाली छूट के कारण संपत्ति में उनकी हिस्सेदारी लगातार बढ़ रही है।