दरअसल, गाजीपुर जनपद के नंदगंज थाना क्षेत्र के नेशनल हाईवे पर स्थित काशी ढाबे के संचालक शाहिद यादव ने जानकारी देते हुए मीडिया को बताया कि सोनम हमारे ढाबे में करीब एक बजे रात में आई थी। कस्टमर लोग मौजूद थे। जिसमें एक लेडीज, उनके और दो बच्चे साथ में मौजूद थे। पहले सोनम उनके ही पास गई और मदद मांगने लगी, लेकिन उन्होंने मना कर दिया तो वह मेरे पास आते ही बोली कि भइया मुझे मोबाइल दे दीजिए मुझे फोन पर बात करनी है। इसके बाद हमने अपने मोबाइल दे दिया।
फोन पर रोने लगी थी सोनम
ढाबा संचालक ने बताया कि फोन लगाते ही सोनम ने कहा हैल्लो भइया। इसके बाद वह रोने लगती है। जिसके बाद उसके परिवार वालों से हम बात करते हैं। उनको यहां का पता बताने के बाद फोन रख देते हैं। फिर हमने सोनम से बातचीत की तो पता चला कि मई में उसकी शादी हुई थी। इसके कुछ दिन बाद हनीमून मनाने के लिए गई थी। वहां पर उसका अपहरण कर लिया गया और जेवर लूटने की कोशिश भी की गई। उसी दौरान मेरे पति की हत्या भी कर दी जाती है। वो देखकर मैं बेहोश हो जाती हूं। हम लोगों ने उससे पूछा कि वह यहां कैसे पहुंची, तो इस बात का कोई जवाब नहीं दिया। फिर उसके पुलिस 3 बजे के करीब उठाकर ले गई।