संभाग, जिलों पर क्या बोले सीएम डॉ मोहन यादव
सीएम डॉ मोहन यादव ने कहा कि ये जो जिले विसंगति पूर्ण जिले बने हैं। कहीं तो 5 लाख का जिला, कहीं तो 40 लाख का जिला इंदौर…तो ये जो विसंगति है। एक आयोग बनाया गया है। अब हमने कहा कि जनता के माध्यम से जो जनता चाहे। आयोग से संभाग के, जिले के, तहसील के गांवों के नाम बदलने के अभी आपने सुना होगा कि कई गांवों के नाम बदलने के सुझाव आए हैं।
आगे उन्होंने कहा कि हमने कहा बिल्कुल बदल देंगे। हमने आयोग बनाया है। उस आयोग के माध्यम से सुझाव आएंगे तो जो आप चाहोगे वो सबकुछ करेंगे, लेकिन नीतिगत रूप से करेंगे।
बदल सकता है इंदौर का नक्शा
इंदौर संभाग में अलीराजपुर, बड़वानी, बुरहानपुर, धार, इंदौर, झाबुआ, खंडवा, खरगोन आते हैं। लंबे समय से मांग उठ रही है कि खरगोन को संभाग बनाया जाए और महेश्वर को जिला बना दिया जाए। सीएम मोहन यादव के द्वारा महेश्वर में जिले और संभाग वाले बयान से महेश्वर के स्थानीय लोगों में उम्मीद जागी है।
कैसे अस्तित्व में आएंगे जिले
जानकार बताते हैं कि नए जिलों के अस्तित्व में आने से भौगोलिक स्थिति और जनसंख्या को मुख्य आधार बनाया जाएगा। प्रदेश के कुछ तहसीलें जिला मुख्यालय से काफी दूर हैं और दूसरे जिलों से लगी हुई हैं। जनसंख्या के हिसाब से नई तहसीलों का आंकलन किया जाएगा। जिसके बाद प्रस्ताव भारत सरकार को भेजे जाएंगे।