CG News: महिलाओं की संख्या 45 फीसदी
इन बेरोजगरों में अनुसूचित जनजाति के विद्यार्थियों की संख्या सर्वाधिक है। रोजगार कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक 19897 अनुसूचित जनजाति के बेरोजगारों ने अपना रोजगार पंजीयन कराया है। वहीं 1927 अल्पसंख्यक बेरोजगार पंजीकृत है जबकि सबसे कम 836 अनुसूचित जाति के बेरोगारों की संख्या दर्ज है।
जानकारी के मुताबिक जिला रोजगार कार्यालय में कुल पंजीकृत
बेरोजगरों में साइंस के सबसे अधिक 6758 महिला व पुरुष बेरोजगरों ने अपना पंजीयन कराया जिनमे 3875 पुरुष और 2883 महिला शामिल हैं। बस्तर जैसे पिछड़े अंचल में यह आंकड़े विज्ञान विषय के प्रति बढ़ते रूचि को भी दर्शाता है। यह आंकड़े पिछले कुछ वर्षों से अधिक है। बस्तर आँचल में बच्चों में विषयवार रुझानों से यह परिलक्षित होता है कि यहाँ विज्ञान विषय मे बच्चों की रुचि बढ़ी है।
बस्तर में बेरोजगारी की संख्या
वर्ष 2024 में कुल पंजीकरण की संख्या 8649 है।इनमें पुरुष और महिलाओं ने रोजगार के लिये पंजीयन कराया है। जिला रोजगार कार्यालय में कुल रोजगार पंजीकरण की संख्या की बात की जाय तो यहां 46614 बेरोजगारों का नाम पंजीकृत है। आंकड़ों के मुताबिक जिले में सबसे अधिक
बरोजगार अनुसूचित जनजाति के युवाओं की है जिसके बाद सामान्य जाति के युवाओं की संख्या 17573 है। वहीं अन्य पिछड़ा वर्ग के बेरोजगारों की संख्या 8308 है। जबकि महिला बेरोजगारों की संख्या 22 हजार से अधिक हैं। इन बेरोजगारों के लिए अब सरकार सरकारी नौकरियों की व्यवस्था किस तरह करती है यह आने वाले समय ही बताएगा।
बस्तर में पढ़ाई के प्रति रूचि बढ़ी
बस्तर जैसे आदिवासी बहुल क्षेत्र में जैसे जैसे पढ़ाई के प्रति बच्चों में जागरूकता आ रही है वैसे वैसे पढ़े लिखें बेरोजगरों की संख्या में भी बढ़ोतरी हो रही है। पिछले वर्षों का आंकड़े देखें तो इस वर्ष रोजगार कार्यलय में पंजीयन कराने वाले बेरोजगरों में अपेक्षाकृत कमी दर्ज की गई है।
बस्तर में लगभग सभी विषयों के छात्र छात्राओं ने पंजीयन कराए हैं। इनमें सर्वाधिक विज्ञान विषय के विद्यार्थि अधिक हैं। वहीं कृषि विषय के विद्यार्थियों की संख्या सबसे कम है।