CG Tourism: हड़ताल से पार्क प्रबंधन को हुआ फायदा
हालांकि एक घंटे जिप्सी गांव में रूकने की बात पर ग्रामीण मान गए और अब पर्यटक पहले की तरह
गुफा देखने जा पा रहे हैं। ग्रामीणों के इंस आंदोलन की वजह से कोटमसर गुफा जाने वाले पर्यटक कैलाश गुफा, धुड़मारास और नागलसर डायवर्ट हो गए थे। हड़ताल से पार्क प्रबंधन को फायदा ही हुआ है। कैलाश गुफा तक पहले पर्यटक कम ही जाते थे लेकिन इस बार 21 तक बड़ी संख्या में पर्यटक कैलाश गुफा देखने पहुंचे।
21 दिन में 5000 पर्यटकों ने देखी कैलाश गुफा
कोटमसर गुफा बंद रहने के बीच पार्क प्रबंधन ने सैलानियों को कैलाश गुफा दिखाने का निर्णय लिया था। इस कदम के बाद सैलानियों को कैलाश गुफा देखने का रोमांचक अनुभव मिला। पार्क प्रबंधन के मुताबिक पिछले 21 दिनों में लगभग 5000 पर्यटक कैलाश गुफा पहुंचे। आने वाले दिनों में पार्क प्रबंधन इस गुफा के आसपास पर्यटकों के लिए और भी सुविधाएं मुहैया कराने की तैयारी में है ताकि कोटमसर का विकल्प बना रहे। वहीं कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान, निदेशक, चूड़ामणि सिंह ने पत्रिका को जानकारी दी कि कोटमसर गुफा अब खुल चुकी है। वहीं पार्क क्षेत्र के बाकी पर्यटन स्थलों को विकसित करने की दिशा में भी हम काम कर रहे हैं।
एक घंटे तक कोटमसर गांव घूमेंगे पर्यटक
CG Tourism: ग्रामीणों की मांग थी पहले की तरह कोटमसर में ही गुफा का टिकट काउंटर खुले लेकिन ऐसा हो नहीं पाया।
कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान प्रबंधन ने इस मांग पर असहमति जाहिर कर दी। हालांकि पार्क प्रबंधन ने सैलानियों को गांव में घूमने की एक व्यवस्था बनाई। इसके तहत जिप्सी गांव में एक घंटे रुकेगी। इससे ग्रामीणों को पहले की तरह रोजगार मिल पाएगा।