आयुष विभाग में 60 वर्ष से अधिक आयु के चिकित्सकों को प्रशासनिक पदों पर लगाए जाने को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। विभाग के चिकित्सकों ने आरोप लगाया है कि एक ही विभाग में दो तरह के आदेशों का पालन किया जा रहा है।
चिकित्सकों का कहना है कि न्यायालय के आदेश के बाद सेवानिवृत्त हुए कुछ चिकित्सकों को दोबारा कार्यग्रहण कराया गया है। इनमें से कुछ को प्रशासनिक पदों पर नियुक्त कर दिया गया, जबकि अन्य को उप शासन सचिव के आदेश का हवाला देकर ऐसे पदों से वंचित रखा गया।
इसी प्रकार, पदोन्नति के मामलों में भी असमानता के आरोप सामने आए हैं। कुछ चिकित्सकों को पदोन्नति के बावजूद उनके वर्तमान पद पर ही कार्यरत रखा गया है और उन्हें पदोन्नत पद पर अब तक कार्यभार नहीं दिया गया है।
इस संबंध में आयुष विभाग के उप सचिव सावन कुमार चायल ने स्पष्ट किया कि सेवानिवृत्ति के बाद किसी को नई नियुक्ति नहीं दी गई है। केवल नई नियुक्ति होने तक कुछ मामलों में कार्यवाहक प्रभार सौंपे गए हैं।