Jagannath Rath Yatra 2025: कुंभ और केदारनाथ के बाद होटल बुकिंग के नाम पर अब पुरी में फर्जीवाड़ा
Puri hotel booking fraud: ओडिशा पुलिस ने पुरी रथ यात्रा में पर्यटकों को फर्जी होटल वेबसाइटों के प्रति चेताया
– पुलिस को मिली 317 फर्जीवाड़े की शिकायतें
मोहित शर्मा. जयपुर. भारत के सबसे प्रमुख और खास त्योहारों में से एक मानी जाती है जगन्नाथ रथ यात्रा शुरू हो चुकी है, यह पांच जुलाई तक चलेगी। इस रथ यात्रा में भाग लेने के लिए देश-दुनिया से लोग पहुंच रहे हैं। इसके साथ ही यहां साइबर ठग भी सक्रिय हो गए हैं। ओडिशा के पुरी में वार्षिक रथ यात्रा से पहले वहां की राज्य पुलिस के अपराध जांच विभाग (सीआईडी) ने पर्यटकों को फर्जी होटल वेबसाइटों को लेकर आगाह किया।
सीआईडी पुलिस ने कहा कि उसने 11 ऐसी वेबसाइटों को हटा दिया है, जो फर्जीवाड़ा कर रही थी। ओडिशा में विशेषकर पुरी, भुवनेश्वर और कटक जैसे स्थानों में होटल बुकिंग से संबंधित फर्जीवाड़ा के मामले बढ़ रहे हैं।
आपराधिक जांच विभाग (सीआईडी) ने एक बयान में कहा कि धोखेबाज नकली वेबसाइट और सोशल मीडिया पेज बनाते हैं जो वास्तविक लगते हैं और लोगों को सस्ती दरों, तत्काल सौदों और गारंटीकृत होटल बुकिंग की पेशकश करते हैं। सीआईडी ने कहा कि फर्जी वेबसाइटें पूरा भुगतान मांगती हैं और पर्यटकों को लुभाने के लिए फर्जी ग्राहक सेवा फोन नंबर और रसीद का भी इस्तेमाल करती हैं।
गंतव्य पर पहुंचने पर चलता है ठगी पता
सीआईडी ने कहा कि इनमें से कई फर्जी वेबसाइट ऑनलाइन सबसे ऊपर दिखाई देती हैं, जिससे उन्हें पहचानना मुश्किल हो जाता है और पीडि़तों को अक्सर गंतव्य पर पहुंचने के बाद ही धोखाधड़ी का एहसास होता है।
होटल बुकिंग और हेली सेवा के नाम पर साइबर ठग पूर्व में केदारनाथ और कुंभ में भी फर्जीवाड़ा कर चुके हैं। यहां भी पुलिस को बड़ी संख्या में लोगों को ठगने की शिकायतें मिली थी।
पुलिस को साइबर अपराध हेल्पलाइन नंबर 1930 के जरिए ऐसी 317 ऐसी फर्जीवाड़े की शिकायतें मिली हैं। साथ ही सरकारी निकायों, होटल मालिकों और आम जनता से फर्जी होटल बुकिंग करने की शिकायतें मिली हैं। ऐसी फर्जी बुकिंग करने वाली फर्जी वेबसाइटों के बारे में अलर्ट भी मिले हैं। ऐसी शिकायतों पर कार्रवाई करते हुए सीआईडी के अधिकारियों ने तुरंत 11 फर्जी होटल बुकिंग वेबसाइटों को हटा दिया है।
सीआईडी के अनुसार उनकी टीम किसी भी फर्जी होटल वेबसाइट पर सक्रिय रूप से नजऱ रख रही है और जैसे ही वे इनके संज्ञान में आती हैं, उन्हें हटाने के लिए त्वरित कार्रवाई की जाती है। पुलिस ने लोगों को केवल सत्यापित प्लेटफ़ॉर्म और वास्तविक आधिकारिक वेबसाइटों के माध्यम से होटल बुक करने की सलाह दी है। लोगों से यह भी कहा गया है कि वे गूगल मैप्स का उपयोग करके होटलों के फोन नंबर और उनके पते की जांच करें और सीधे कॉल करके अपनी बुकिंग की पुष्टि करें। पूरा अग्रिम भुगतान करने से बचें, यदि संभव हो तो आंशिक भुगतान करें। सीधे UPI या वॉलेट ट्रांसफर के बजाय सुरक्षित भुगतान गेटवे का उपयोग करें। पर्यटकों को सलाह दी गई है कि वे अवास्तविक रूप से कम कीमत वाले सौदों से सावधान रहें, खासकर रथ यात्रा के दौरान पुरी के पास। यदि किसी को भी फर्जी होटल वेबसाइट या संदिग्ध लिस्टिंग दिखती है, तो वे तुरंत इसकी सूचना साइबर अपराध हेल्पलाइन 1930 पर दे सकते हैं।
ये फर्जी बेवसाइट ओडिशा ट्यूरिज्म डवलपमेंट कार्पोरेशन और नामी होटलों की नकल कर रही थीं। इन वेबसाइट्स को अब बंद कर दिया गया है। ये फर्जी साइट्स थीं, जो सस्ते ऑफर दिखाकर लोगों को ठग रही थीं।