परिवार का कहना है कि शुभम को यह डर सता रहा था कि उसके ससुराल वाले भविष्य में बेंगलूरु के अतुल जैसी परिस्थिति पैदान कर दे, इसलिए उसने मौत को गले लगा लिया। शुभम शर्मा (28) ने 14 दिसंबर को महेश नगर सैनी कॉलोनी स्थित अपने घर पर फंदे से झूलकर आत्महत्या कर ली। वह सचिवालय में एक प्राइवेट कंपनी में इंजीनियर था। वह पांच बहनों का इकलौता भाई था।
उसके परिवार का आरोप है कि पत्नी दिव्या से उसका मनमुटाव चल रहा था और ससुराल पक्ष के लोग पैसों की डिमांड करते थे, जिसके कारण वह मानसिक तनाव में था। शुभम के जीजा सतेन्द्र पाराशर ने मामला दर्ज कराया है।
उन्होंने बताया कि शुभम की शादी डेढ़ साल पहले महुआ निवासी दिव्या से हुई थी। 14 दिसंबर को जब शुभम ने फोन नहीं उठाया, तो सतेन्द्र ने दरवाजा तोड़कऱ उसे फंदे से लटका पाया। परिवार ने यह भी आरोप लगाया कि शुभम की मौत के बाद दिव्या नहीं आई। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
बता दें कि बेगलुरू के अतुल सुभाष ने वैवाहिक जीवन से तंग आत्महत्या कर ली थी। सुसाइड करने से पहले अतुल ने एक 24 पन्नों की चिट्ठी लिखी थी। जिसमें उन्होंने अपनी वैवाहिक जीवन की समस्याओं, मानसिक तनाव और पत्नी और उनके परिवार द्वारा की जा रही प्रताड़ना का जिक्र किया था।
पुलिस ने बताया कि अतुल और निकिता की शादी 2019 में हुई थी। शादी के बाद से ही उनके बीच विवाद चल रहा था, जो कई कानूनी मामलों में बदल गया, दोनों का 2020 में एक बेटा हुआ।