यह नोटिस पुलिस थाना एसएमएस के थानाधिकारी की ओर से जारी किया गया है। नोटिस पाने वालों में सांसद हनुमान बेनीवाल, विधायक अभिमन्यु पुनिया, कांग्रेस के पूर्व लोकसभा प्रत्याशी अनिल चौपड़ा, आरएलपी कार्यकर्ता श्रवण चौधरी और छात्र नेता निर्मल चौधरी शामिल हैं।
नोटिस में कहा गया है कि डॉ. राकेश बिश्नोई की मौत के संबंध में एसएमएस अस्पताल की मोर्चरी के बाहर बिना अनुमति के टेंट लगाकर और पुलिस के मना करने के बावजूद गैरकानूनी तरीके से भीड़ इकट्ठी की गई। प्रदर्शन और नारेबाजी से एसएमएस जैसे राज्य के सबसे बड़े अस्पताल के कामकाज में बाधा उत्पन्न हो रही है।
पुलिस का कहना है कि इस रास्ते से गंभीर बीमार मरीजों और एम्बुलेंस का आवागमन होता है, साथ ही मोर्चरी में शवों को ले जाने का यह एकमात्र रास्ता है। ऐसे में रास्ता अवरुद्ध होने से मरीजों की जान को खतरा हो सकता है। नोटिस में यह भी कहा गया है कि तेज आवाज में की गई नारेबाजी से अस्पताल में भर्ती हार्ट व अन्य गंभीर बीमारियों से पीड़ित बुजुर्ग मरीजों की स्थिति बिगड़ सकती है।
पुलिस ने स्पष्ट किया है कि यदि किसी मरीज को कोई नुकसान होता है तो इसकी जिम्मेदारी आंदोलनकारियों पर होगी। ऐसे में प्रशासन ने प्रदर्शनकारियों को चेतावनी दी है कि बिना अनुमति किसी भी प्रकार की भीड़ या कार्यक्रम न करें।