गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढ़म ने कहा कि युवा पीढ़ी में नशे की लत चिंताजनक है। अवैध मादक पदार्थों की तस्करी रोकने और आमजन को जागरूक करने के लिए अभियान चलाकर प्रभावी कार्रवाईयां कर रही हैं। इसमें हम सभी जनप्रतिनिधियों को भी आगे बढ़ते हुए सामाजिक स्तर पर जनजागरूकता अभियान चलाने चाहिए।
एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स का गठन महत्वपूर्ण निर्णय
गृह राज्य मंत्री सोमवार को विधान सभा में सदस्य घनश्याम के ध्यानाकर्षण प्रस्ताव का जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने 8 अक्टूबर, 2024 को एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स का गठन का महत्वपूर्ण निर्णय लिया। इसके साथ ही प्रदेश में अवैध मादक पदार्थों की रोकथाम के लिए 9 चौकियों, जयपुर में 1 पुलिस थाने की स्थापना की गई है। इनके लिए 255 नवीन पद स्वीकृत किए गए हैं, जिनकी भर्ती प्रक्रियाधीन है।
गत सरकार की तुलना में अब बढ़ी कार्रवाईयां
बेढ़म ने कहा कि गत सरकार के समय नशा रोकथाम को लेकर प्रभावी कार्रवाईयां नहीं हुई। वर्ष 2022 में 3 हजार 740 प्रकरण दर्ज हुए थे, जबकि हमारी सरकार ने वर्ष 2024 में 5 हजार 246 प्रकरण दर्ज कर नशे की तस्करी पर शिकंजा कसा है। प्रदेश में 3 जनवरी से लेकर 31 जनवरी, 2025 तक नारकोटिक्स ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (एनडीपीएस) एक्ट के तहत 1 हजार 210 प्रकरण दर्ज किए गए। इनमें 1 हजार 393 अपराधियों को गिरफ्तार करते हुए अग्रिम कार्रवाईयां की जा रही हैं।
ऑपरेशन स्मैक आउट और जागरूकता अभियान
गृह राज्य मंत्री ने कहा कि टोडाभीम क्षेत्र में भी अवैध मादक पदार्थों की तस्करी बढ़ना गंभीर विषय है। जिला पुलिस अधीक्षक, स्पेशल टास्क फोर्स और पुलिस थानाधिकारी आमजन के साथ बैठक कर जागरूक कर रहे हैं। जनसहभागिता के तहत जन प्रतिनिधियों के सहयोग से प्रभावित ग्राम पंचायतों में ‘ऑपरेशन स्मैक आउट‘ अभियान चलाकर भी रोकथाम की जा रही हैं। हर वर्ष 26 जून को नशा मुक्ति दिवस पर राज्य में नशा मुक्ति अभियान चलाकर स्कूल, कॉलेजों और गांवों की चौपालों में नशे के दुष्प्रभावों की जानकारी दी जा रही है।