जेडीए की टीम सुबह ही भारी पुलिस बल और मशीनरी के साथ मौके पर पहुंची और अतिक्रमण हटाने की प्रक्रिया शुरू की। इलाके में पूर्व में बनाए गए अवैध ढांचों, ठेलों, खोखों और निर्माणाधीन दुकानों को चिन्हित कर जेसीबी से हटाया गया। जेडीए अधिकारियों के अनुसार यह भूमि सार्वजनिक उपयोग के लिए आरक्षित थी, लेकिन कई लोगों द्वारा इस पर अनधिकृत रूप से कब्जा कर दुकानें और अन्य व्यावसायिक गतिविधियां संचालित की जा रही थी। इस बारे में पहले ही नोटिस जारी कर चेतावनी दी गई थी, लेकिन जब अतिक्रमण नहीं हटाया गया तो जेडीए की ओर से आज तोड़फोड़ की गई।
इस दौरान दुकानदारों ने आरोप लगाया कि यह कार्रवाई गलत तरीके से की जा रहीं है। हालांकि जेडीए अधिकारियों ने कहा कि अतिक्रमण हटाने की पूर्व सूचना पहले ही दी जा चुकी थी। कार्रवाई के दौरान यातायात को कुछ समय के लिए डायवर्ट भी किया गया, ताकि किसी प्रकार की असुविधा ना हो। इस दौरान मौके पर भारी संख्या में पुलिस कर्मी तैनात रहें। आईजी कैलाश बिश्नोई ने कहा कि भविष्य में भी शहर के अन्य हिस्सों में अतिक्रमण के खिलाफ इसी प्रकार की सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।