राठौड़ ने शुक्रवार को यहां पत्रकारों से कहा कि अशोक गहलोत ईआरसीपी को लेकर बयानबाजी कर रहे हैं, जबकि पांच साल तक ईआरसीपी परियोजना को उनकी सरकार ने ही लटकाए रखा था। केन्द्र सरकार ने कांग्रेस सरकार के प्रतिनिधियों को बहुत बार बुलाया, लेकिन कोई गया ही नहीं। राठौड़ ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कोई गलत बात नहीं कही है। कोई अधिकारी लापरवाही करते हैं तो उन पर कार्रवाई होनी भी चाहिए। ज्ञानदेव आहूजा को लेकर राठौड़ ने कहा कि उनके जवाब का अध्ययन करने के बाद आगे की कार्रवाई करेंगे।
गहलोत ने दिया था ये बयान
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के झालावाड़ में पानी की किल्लत का मुद्दा उठाकर अफसरशाही को घेरने के मामले में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राजे दो बार मुख्यमंत्री रही हैं। उनका केवल झालावाड़ की बात करना सही नहीं है। अगर उनमें ईमानदारी है तो उन्हें ईआरसीपी-पीकेसी (अब रामसेतु) परियोजना का सच सबके सामने लाना चाहिए। उन्हें पता है कि ईआरसीपी-पीकेसी के नए एमओयू में कोई दम नहीं है। यह भी पढ़ें