नकल गिरोह का खेल फिर शुरू
प्रदेशभर में आयोजित इस ऑनलाइन परीक्षा में नकल गिरोह ने कई परीक्षा केंद्रों से सांठगांठ कर पेपर लीक किया। जयपुर के वैशाली नगर, चित्रकूट, और शास्त्री नगर जैसे केंद्रों पर पुलिस ने दबिश देकर 1 दर्जन से अधिक आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जयपुर पुलिस कमिश्नर ने बताया कि परीक्षा के दौरान और बाद में मिली सूचना पर यह कार्रवाई की गई। आरोपियों से पूछताछ में कई अहम खुलासे हुए हैं, जिनके आधार पर आगे की जांच जारी है।
नकल माफिया का नेटवर्क
प्रारंभिक जांच के अनुसार, नकल माफिया ने सेंटर प्रबंधन से मिलकर पेपर को लीक किया और मोटी रकम लेकर परीक्षार्थियों को नकल करवाने का काम किया। गिरोह ने परीक्षा के दौरान केंद्रों पर मौजूद तकनीकी निगरानी को भी विफल कर दिया गया। पुलिस ने बताया कि आरोपियों से जुड़े अन्य संदिग्धों की पहचान की जा रही है। पुलिस ने कई इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और डिवाइस जब्त किए हैं। जयपुर पुलिस कमिश्नर का बयान
जयपुर पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ ने बताया की 5 जनवरी को वैशाली नगर थाने को सुचना मिली कि दो संदिग्ध व्यक्ति नेशनल सीड्स कॉर्पोरेशन लिमिटेड की एग्री ट्रैनी भर्ती परीक्षा में नकल करवाने में सक्रिय है। इसके बाद संदिग्धों को तकनीकि रूप से ट्रैस किया गया। दोनों व्यक्तियों की तलाश के वक्त ज्ञात हुआ की यह एक संगठित गिरोह है जो संगठित रूप से ऑनलाइन कम्प्यूटरीकृत परीक्षा के पेपर सॉल्व करवाते हैं।
इसी दौरान तकनीकि रूप से संदिग्धो व्यक्तियों के अन्य साथियो के बारे में सुचना प्राप्त हुई जिस पर चित्रकूट थानाधिकारी जहीर अब्बास को सुचित किया गया। उन्होंने दो संदिग्ध नितेश जाखड़ व सुमित चौधरी को डिटेन किया। दोनों संदिग्धो से पूछताछ करने पर जानकारी मिली कि वो नेशनल सीड्स कॉर्पोरेशन लिमिटेड की एग्री ट्रैनी भर्ती परीक्षा में परमजीत, संदीप अन्य के साथ मिलकर नकल करवा रहे थे।
विपक्ष ने सरकार पर उठाए सवाल
अब विपक्ष ने इस प्रकरण को लेकर सरकार की नाकामी पर सवाल उठाए हैं। पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा का कहना है कि राष्ट्रीय बीज निगम की भर्ती परीक्षा में पेपर लीक के खुलासे से स्पष्ट है कि प्रदेश में नकल गिरोह के सामने मुख्यमंत्री भजनलाल जी के सारे दावे फेल साबित हुए हैं। प्रदेश की अक्षम भाजपा सरकार कल आयोजित की गई इस परीक्षा में बड़े स्तर पर हुई धांधली को रोकने और निगरानी करने में पूरी तरह विफल रही है। उन्होंने कहा कि भ्रष्ट तंत्र ने दिन-रात पढ़ाई कर तैयारी कर रहे युवाओं के भविष्य को बर्बाद करने का काम किया है, लेकिन सिर्फ माहौल बनाने और ‘नहीं सहेगा राजस्थान’ का नारा देने वाले भाजपा नेता अब मौन धारण किए हुए हैं। केंद्र सरकार को इस भर्ती परीक्षा को तुरंत निरस्त करना चाहिए एवं पेपर लीक में संलिप्त आरोपियों पर कठोर कार्रवाई के साथ नकल माफियाओं को भी पकड़ना चाहिए।
पिछली सरकार में भी हुई थी नकल
बता दें सरकार की ओर से अभी तक इस मामले पर कोई ठोस बयान नहीं आया है। हालांकि, पुलिस और SOG की जांच जारी है और उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार किया जाएगा। बता दें कि राज्य में यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी पिछली गहलोत सरकार में कई परीक्षाओं में नकल और पेपर लीक की घटनाएं सामने आ चुकी हैं।