मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अलंकार गुप्ता ने बताया कि रिंछा निवासी शिशु अहमदाबाद के चांदखेड़ा स्थित चिकित्सालय में भर्ती था। यहां उसकी तबीयत में सुधार होने तथा दुग्धपान सहित नॉर्मल श्वसन क्रिया करने पर उसे अस्पताल से छुट्टी मिल गई है। गौरतलब है कि चीन से फैला एचएमपीवी वायरस की एन्ट्री कर्नाटक के बाद सीधे डूंगरपुर जिले में होने से चिकित्सा विभाग के साथ ही पूरे प्रदेश के स्वास्थ्य महकमा अलर्ट मोड पर आ गया है। इस पर चिकित्सा विभाग एहतियातन कदम उठा रहा है।
जन्म के समय वजन था कम
डॉक्टरों ने बताया कि जन्म के समय बच्चे का वजन दो किलो 300 ग्राम ही था। बच्चे सहज रुप से श्वसन क्रिया नहीं कर पा रहा था। ऐसे में परिजन शिशु को लेकर अहमदाबाद ले गए तथा वहां उसका 20 दिन तक लगातार उपचार चला। हालात सुधरने पर उसे वापस घर लाए थे। पर, फेफड़ों में संक्रमण बढऩे तथा सर्दी, खासी एवं बुखार बढऩे पर वापस अहमदाबाद के चांदखेड़ा में एक निजी चिकित्सालय में भर्ती किया था। यहां शिशु को वेंटीलेटर पर भी रखा था। वहां उसमें एचएमपीवी वायरस की पुष्टि होने पर उसे गहन चिकित्सा में रखा। यहां उपचार के बाद अब स्वस्थ्य में सुधार हुआ तथा प्राकृतिक श्वास लेने के साथ ही मां का दुग्धपान करने लगा। इस पर उसे छुट्टी दे दी गई।
छह दिन में 617 बच्चे बीमार
मौसम बदलने के साथ ही जिला मुख्यालय पर स्थित श्रीहरिदेव जोशी सामान्य चिकित्सालय में बच्चों में मौसमी बीमारियों का प्रकोप भी सहज नजर आ रहा है। जिला मुख्यालय पर स्थित श्रीहरिदेव जोशी सामान्य चिकित्सालय में एक जनवरी से छह जनवरी 2024 के मध्य 617 बच्चे पहुंचे हैं। हालांकि, यह सभी नॉर्मल थे। कुछेक बच्चे अधिक बीमार होने पर उन्हें पीआईसीयू वार्ड में भर्ती कर उपचार किया जा रहा है। सामान्य चिकित्सालय के अधीक्षक डा. महेन्द्र डामोर ने बताया कि जिला अस्पताल में फिलहाल सभी सुविधाएं उपलब्ध हैं तथा पूरी टीम सचेत है।