गत सत्र में शीतकालीन अवकाश को लेकर भ्रम की स्थिति बन गई थी, जब शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कहा था कि सर्दी की तीव्रता के अनुसार ही अवकाश तय किए जाएंगे। इससे स्कूलों में भ्रम फैल गया था और अवकाश की अंतिम घोषणा के इंतजार में सभी को परेशानी हुई थी। हालांकि अंततः छुट्टियां पूर्व निर्धारित 25 दिसंबर से 5 जनवरी तक ही रहीं।
अब नए सत्र के लिए घोषित पंचांग में स्पष्ट कर दिया गया है कि शीतकालीन अवकाश इस बार भी
25 दिसंबर से 5 जनवरी तक ही रहेंगे।
शिविरा पंचांग जारी: स्कूलों में 235 दिन होगी पढ़ाई, 12 दिन रहेगा मध्यावधि अवकाश
शिक्षा विभाग ने शिक्षा सत्र 2025-26 का शिविरा पंचांग रविवार को जारी कर दिया है। शिक्षा सत्र शुरू होने से दो दिन पहले ही पंचांग जारी किया है। जबकि पिछले शिक्षा सत्र में करीब एक माह बाद शिविरा पंचांग जारी किया गया था। पंचाग के अनुसार इस बार जुलाई से लेकर 16 मई तक शिक्षा सत्र में 235 दिन स्कूल खुलेंगे। जबकि 39 तरह के उत्सव मनाए जाएंगे। कुल 46 सार्वजनिक अवकाश तथा 52 रविवार के दिन स्कूल नहीं खुलेंगे।
वहीं 16 अक्टूबर से 27 अक्टूबर तक मध्यावधि अवकाश रहेगा।शिक्षा निदेशक सीताराम जाट ने बताया है कि आगामी शैक्षणिक सत्र 2025-26 एक जुलाई 2025 से 30 जून 2026 तक रहेगा। एक जुलाई से शिक्षण कार्य एवं विद्यार्थियों की नियमित हाजरी शुरू हो जाएगी। वहीं 12 से 24 दिसंबर तक अद्र्धवार्षिक परीक्षाएं आयोजित की जाएगी। इसके बाद शीतकालीन अवकाश शुरू होंगे।
प्रवेश की अंतिम तिथि 31 जुलाई तक
शिविरा पंचांग के अनुसार कक्षा 9 से 12 तक प्रवेश की अंतिम तिथि 31 जुलाई रहेगी। एक से 16 जुलाई प्रवेशोत्सव का प्रथम चरण होगा। शीतकालीन अवकाश 25 दिसंबर 2025 से 5 जनवरी 2026 तक रहेगा। वहीं ग्रीष्मावकाश 17 मई से 30 जून तक रहेगा। वार्षिक परीक्षा एवं बोर्ड परीक्षा में अंतिम परीक्षा के उपरांत विद्यार्थियों को आगामी कक्षा में अस्थाई प्रवेश दिया जाएगा। केन्द्र एवं राज्य सरकार के सभी घोषित अवकाश विद्यालयों में मान्य होंगे। सत्रारंभ एवं सत्रांत की संस्था प्रधान वाकपीठ का आयोजन शिविरा पंचांग में निर्धारित अवधि में ही कराया जाएगा। कक्षा एक में प्रवेश के समय राज्य सरकार की ओर से संशोधित प्रावधान अनुसार विद्यार्थी की आयु 6 वर्ष या उससे अधिक परंतु 7 वर्ष के कम निर्धारित है।
प्रार्थना सभा के लिए समय निर्धारित
प्रार्थना सभा कार्यक्रम के लिए 25 मिनट का समय निर्धारित किया गया है। इस दौरान राष्ट्रगान, प्रार्थना, योगाभ्यास, सूर्य नमस्कार तथा प्राणायाम जैसी गतिविधियां आयोजित की जाएगी। माहवार कार्य दिवस इस प्रकार रहेंगे
जुलाई में 27 दिन, अगस्त में 23, सितंबर में 22, अक्टूबर में 16, नवंबर में 24, दिसंबर में 21, जनवरी में 22, फरवरी में 24, मार्च में 20, अप्रेल में 23, मई में 13 दिन का कार्य दिवस होगा। शिक्षा विभाग के निदेशक सीताराम जाट ने बताया कि शिविरा पंचांग के अनुसार ही सारी गतिविधियां संचालित की जाएगी। इसके लिए सभी जिला शिक्षा अधिकारियों तथा संयुक्त निदेशकों को निर्देश दिए है। यथासंभव समय के अनुसार कार्यक्रम संपादित कराने का प्रयास रहेगा।