एसओजी के एडीजी वीके सिंह ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी हरीश सारण बाड़मेर के गुड़ामालानी का रहने वाला है। हरीश राजकीय प्राथमिक विद्यालय भागलिया ब्लॉक वल्लभनगर उदयपुर में तृतीय श्रेणी अध्यापक था। हरीश मामला दर्ज होने के बाद से ही फरार चल रहा था। एसओजी ने 16 जुलाई 2024 को आरोपी हीराराम उर्फ हरीश सारण पर 25 हजार का इनाम घोषित किया था।
पुलिस जांच में सामने आया कि मुख्य आरोपी ने 13 नवंबर 2022 को वन रक्षक भर्ती परीक्षा 2020 की दोनों पारियों का सॉल्वड लीक पेपर अभ्यर्थियों को इकट्ठा कर पढ़वाया था। इस दौरान हरीश के साथ डूंगरपुर निवासी अभिमन्यु सिंह और बांसवाड़ा के स्थानीय दलाल छगन पारगी, सकन सिंह खड़िया एवं प्रवीण मालवीया भी मौजूद थे। मामले में तीनों स्थानीय दलाल, सह आरोपी अभिमन्यु सिंह, 9 अभ्यर्थी एवं अन्य चार सहयोगियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
कबूला-डमी कैंडिडेट बैठाए थे
एसओजी टीम को 5 मार्च को आरोपी हरीश सारण के इंदौर स्थित ससुराल में जाने की सूचना मिली थी। इस पर इंदौर पुलिस के सहयोग से आरोपी को डिटेन कर बांसवाड़ा लाया गया। पुलिस ने आरोपी हरीश का 12 मार्च तक का रिमांड लिया है।पूछताछ में आरोपी ने जूनियर अकाउंटेंट परीक्षा 2015 व ग्राम विकास अधिकारी एवं हॉस्टल वार्डन परीक्षा 2016 में कई डमी कैंडिडेट बैठाए थे। उनमें से कई की तो नौकरी भी लग गई। रीट 2021 तथा तृतीय श्रेणी अध्यापक भर्ती परीक्षा 2023 में अन्य अभ्यर्थियों को स्थानीय दलालों के मार्फत डमी कैंडिडेट उपलब्ध करवाए थे।