जयपुर। वनरक्षक भर्ती परीक्षा-2020 पेपर लीक मामले में एसओजी ने एक और आरोपी को गिरफ्तार किया है। जिसे एसओजी की टीम शुक्रवार शाम जयपुर लेकर आई। एसओजी ने जोधपुर के रहने वाले गोविंद तेतरवाल को बांसवाड़ा से गिरफ्तार किया था। आरोप है कि तेतरवाल मुख्य आरोपी जबराराम जाट के संपर्क में था और उससे पेपर लेकर साढ़े तीन-तीन लाख में अपने रिश्तेदारों को उपलब्ध कराया था। इसमें उसके चचेर भाई सहित 3 शामिल थे।
गौरतलब है कि पुलिस सरकारी भर्ती परीक्षाओं के मामले में कार्रवाई कर रही थी। इसी दौरान इस भर्ती की जानकारी आई थी। इसके बाद राजतालाब थाने में मामला दर्ज किया गया था। बाद में इस मामले को एसओजी को सौंप दिया गया था। तब से एसओजी कार्रवाई कर रही है। वन रक्षक भर्ती पेपर लीक मामले में अब तक 35 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
जयपुर लाया गया आरोपी गोविंद तेतरवाल
बांसवाड़ा में एसओजी की टीम ने गुरुवार को गोविंद तेतरवाल गिरफ्तार किया। इसके बाद शुक्रवार को आरोपी को बांसवाड़ा कोर्ट में पेश किया। जहां से आरोपी को 11 दिन के एसओजी रिमांड पर सौंप दिया। इसके बाद शाम को बांसवाड़ा के राजतालाब थाने से गोविंद को जयपुर लाया गया। अब एसओजी की टीम यह पता लगाने में जुटी हुई है कि आरोपी ने और किस-किस को पेपर पढ़ाया था।
एसओजी के अधिकारियों का कहना है कि गोविंद तेतरवाल साल 2013 से वनरक्षक भर्ती पेपर लीक के आरोपी जबराराम जाट के संपर्क में था। गोविंद पहले शराब के ठेके पर सेल्समैन था। जिसकी साल 2018 में सरकारी नौकरी लगी थी। आरोप है कि गोविंद तेतरवाल ने अपने चचेरे भाई और दो रिश्तेदारों को वनरक्षक भर्ती परीक्षा-2020 का पेपर पढ़ाया था। इसके लिए उसने 3.50-3.50 लाख रुपए लिए थे।