
जोधपुर में रामस्नेही सम्प्रदाय के रामद्वारा में महंत रामप्रसाद के नेतृत्व ने संतों ने पौधरोपण किया। कोटा में झालावाड़ रोड पर रामवाटिका व लवकुश वाटिका में जैन मुनि आचार्य प्रज्ञा सागर महाराज ने पौधारोपण कर कहा कि राजस्थान पत्रिका का यह अभियान लोगों को हरियाली के लिए जागृत करने का कार्य कर रहा है। व्यक्ति को कम से कम दस पेड़ लगाने चाहिए।
उन्होंने लोगों से अभियान से अधिक से अधिक संख्या में जुड़ने का आह्वान किया। बारां में जेल परिसर में गायत्री दिया परिवार के सहयोग से अधिकारियों, प्रहरियों और कैदियों ने पौधरोपण किया। साथ ही पौधों की देखभाल का भी संकल्प लिया गया।

‘पत्रिका का बीड़ा सराहनीय’
शनिवार की सुबह कुछ खास थी। विश्वकर्मा औद्योगिक क्षेत्र में जब बच्चों के नन्हे हाथों ने पौधों को मिट्टी में रोपा, तो ऐसा लगा मानो किसी ने भविष्य के सपने धरती में बो दिए हों। ‘आज का पौधा, कल की छाया’ और ‘पेड़ लगाओ, जीवन बचाओ’ जैसे संकल्पों के साथ राजस्थान पत्रिका के ‘हरियाळो राजस्थान’ अभियान की इस बार की यात्रा शुरू हुई, सिर्फ पेड़ लगाने की नहीं, जीवन को हरियाली से जोड़ने की। विश्वकर्मा रिक्रिएशन क्लब के सहयोग से आयोजित इस कार्यक्रम में सैकड़ों विद्यार्थियों समेत विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।

इस बार ‘ग्रीन जयपुर’ थीम पर आधारित कार्यक्रम की शुरुआत वैदिक मंत्रोच्चार के साथ हुई। क्लब परिसर में पीपल, बरगद, आंवला, बेल, ओक, गूलर और शमी सहित कई प्रजातियों के पौधे लगाए गए। क्लब प्रबंधन ने इन पौधों की देखरेख की जिम्मेदारी ली है।
‘उम्मीदों की जड़ें…’ बच्चों ने दिल से लगाए पौधे
पौधरोपण का दृश्य बेहद मनमोहक था। बच्चों के हाथों में गमले, मिट्टी से सनी उंगलियां और आंखों में भविष्य के सपने नजर आ रहे थे। जब स्कूली बच्चों ने पौधे लगाए, तो यह सिर्फ हरियाली नहीं, बल्कि उम्मीदों का बोना प्रतीत हुआ।

कार्यक्रम के समापन पर उपस्थित सभी लोगों ने सामूहिक रूप से शपथ ली कि वे हर पेड़ को परिवार के सदस्य की तरह मानेंगे और उसे बड़ा करने में अपनी सक्रिय भूमिका निभाएंगे। इस अवसर पर ‘टीम 10’ के सुरेश अग्रवाल ने मौके पर ही ट्री गार्ड बनाना सिखाया।
