दरअसल जयपुर कलक्टर सोनी ने रास्ता खोलो अभियान चलाया है जो कई महीनों से चल रहा है। इस अभियान में अब बस्सी कस्बे में तीस साल पुराना रास्ता खुलवाया है और वहां पर रोड बनाने का काम शुरू हो गया है। अतिरिक्त जिला कलक्टर एवं अभियान के नोडल अधिकारी देवेन्द्र कुमार जैन ने बताया कि जिला कलक्टर डॉ.जितेन्द्र कुमार सोनी के निर्देशन में प्रत्येक तहसील में हर सप्ताह 3 रास्ते खुलवाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि अभियान के तहत विगत एक सप्ताह में जयपुर जिले के समस्त तहसीलों में बरसों से बंद 63 रास्ते खुलवाए गए। अभियान के तहत जिला प्रशासन ने समझाइश एवं सहमति से महज साढ़े 4 महीनों में गांवों, खेतों और ढाणियों के बरसों से बंद पड़े 863 रास्ते खुलवाने में कामयाबी हासिल की है।
जैन ने बताया कि 15 नवंबर 2024 से 28 मार्च 2025 तक अभियान के तहत जिले में फागी तहसील में सर्वाधिक 70 रास्ते खुलवाए गए हैं। जिनमें से 40 रास्तों पर ग्रेवल सड़क बनाये जाने का कार्य जारी है। वहीं 2 रास्तों पर ब्लॉक सड़क का निमार्ण कार्य जारी है। अभियान के तहत जयपुर तहसील में 4 रास्ते, कालवाड़ तहसील में 8 रास्ते, आमेर तहसील में 56 रास्ते, जमवारामगढ़ तहसील में 38 रास्ते, आंधी तहसील में 34 रास्ते, बस्सी तहसील में 41 रास्ते, तूंगा तहसील में 39 रास्ते खुलवाए गए। शाहपुरा तहसील में 56 रास्ते, जोबनेर तहसील में 55 रास्ते, किशनगढ़.रेनवाल तहसील में 45 रास्ते, फुलेरा तहसील में 49 रास्ते, रामपुरा.डाबड़ी तहसील में 32 रास्ते, जालसू तहसील में 26 रास्ते, चौमूं तहसील में 56 रास्ते, सांगानेर तहसील में 21 रास्ते खुलवाए गए। उन्होंने ने बताया कि चाकसू तहसील में 51 रास्ते, कोटखावदा तहसील में 33 रास्ते, माधोराजपुरा तहसील में 46 रास्ते, दूदू तहसील में 49 रास्ते एवं मौजमाबाद तहसील में 54 रास्ते खुलवाए गए।
उन्होंने बताया कि जिला कलक्टर डॉ.जितेन्द्र कुमार सोनी ने अधिकारियों को रास्ता खोलो अभियान के तहत बंद रास्ते खुलवाए जाने के पश्चात खोले गए रास्तों पर ग्रेवेल, सी.सी. रोड बनवाये जाने की कार्यवाही भी जल्द से जल्द अमल में लाने के निर्देश दिये हैं, इन निर्देशों की अनुपालना में अधिकांश स्थानों पर ग्रेवल रोड बनाने की कार्यवाही भी आरंभ की जा चुकी है। सालों पुराने रास्ते खुलने से बड़ी संख्या में लोगों को फायदा हुआ है। अभियान की सबसे अच्छी बात ये रही है कि अधिकारियों की समझाईश और नियमों से रास्ते खोले गए हैं। इनमें कहीं भी झगड़े का मामला सामने नहीं आया।