इस तकनीकी पहल का शुभारंभ आरएफएस की अधिकारी और कार्यक्रम की मुख्य अतिथि सुश्री प्राची चौधरी ने किया। उद्घाटन के मौके पर उन्होंने कहा कि यह कदम वन्यजीव संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है। सीसीटीवी कैमरों की मदद से अब हाथियों की हर गतिविधि पर नजर रखी जा सकेगी, जिससे उनके स्वास्थ्य, व्यवहार और सुरक्षा को बेहतर तरीके से मॉनिटर किया जा सकेगा। साथ ही, किसी भी अनधिकृत गतिविधि, घुसपैठ या खतरे की स्थिति में तुरंत अलर्ट मिल सकेगा।
प्राची चौधरी ने बताया कि हाथी गांव में रह रहे हाथियों के लिए यह पहल न केवल एक सुरक्षा कवच का काम करेगी, बल्कि उनके समग्र कल्याण में भी सहायक होगी। इन कैमरों के जरिए वन विभाग को भी निगरानी में आसानी होगी और किसी भी घटना की त्वरित प्रतिक्रिया दी जा सकेगी।
इस अवसर पर शकील अहमद, क्षेत्रीय प्रबंधक (जयपुर क्षेत्र), गौरव कुमार, क्षेत्रीय वन अधिकारी सहित वन विभाग और मुथूट फाइनेंस के अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे। सभी ने इस पहल की सराहना करते हुए इसे एक सकारात्मक बदलाव बताया, जिससे मानव और वन्यजीवों के बीच संतुलन को बनाए रखने में मदद मिलेगी।