डिस्कॉम की टीमें जब चोरी की आशंका वाले घरों में जांच करने पहुंचीं तो लोगों ने उन्हें अंदर घुसने नहीं दिया। विरोध के चलते छत पर जाना भी संभव नहीं हो पाया। ऐसे में डिस्कॉम सीएमडी आरती डोगरा ने ड्रोन कैमरों से निगरानी की अनुमति दी। इस मुहिम को ‘ऑपरेशन एसी’ दिया गया। प्रदेश के दूसरे शहरों, ग्रामीण इलाकों में भी ड्रोन से एक्शन का प्लान तैयार किया जा रहा है।
यहां हुई कार्रवाई
-धौलपुर के बाड़ी सब डिवीजन में छतों पर जंपर लगाकर चोरी पकड़ी गई। एसी जैसे भारी उपकरण चलाए जा रहे थे, लेकिन खपत नहीं दिख रही थी। करीब 2.61 लाख का जुर्माना लगाया गया। मनिया कस्बा और राजाखेड़ा में भी ड्रोन से निगरानी की गई।
-करौली में बिजली पोलों पर अनाधिकृत पैरेलल सर्विस लाइन लगाई गई थी। चौबीस वीसीआर भरी गईं, 8.73 लाख जुर्माना लगाया गया।
कार्रवाई क्यों है जरूरी?
-कई उपभोक्ता चोरी के मामले में टीम को अंदर नहीं घुसने देते।
-छत से चोरी के लिए जंपर डालते हैं।
-ड्रोन से ऊपर से सीधे निगरानी संभव, सटीक लोकेशन मिलती है।
-ग्रामीण क्षेत्रों में चोरी की दर 30-40 प्रतिशत तक, वहां अब ड्रोन से एक्शन।
ऊर्जा मंत्री ने दिए निर्देश
पिछले दिनों भरतपुर में हुई बैठक में ऊर्जा मंत्री ने स्पष्ट कहा था कि बिजली चोरों को नहीं बख्शा जाए। इसके बाद अधिकारियों-कर्मचारियों ने स्थानीय प्रशासन के सहयोग से बड़े पैमाने पर कार्रवाई शुरू की। राजनीतिक प्रेशर के बावजूद अफसरों को प्रशासनिक सहयोग मिला और कार्रवाई की गई।