अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझ रही पत्नी, फिर भी पूर्व मंत्री महेश जोशी को क्यों किया गिरफ्तार? जानें
Mahesh Joshi Arrested: जल जीवन मिशन (JJM) घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता महेश जोशी को गिरफ्तार कर लिया है।
Mahesh Joshi Arrested: राजस्थान की राजनीति में हलचल मचाने वाले जल जीवन मिशन (JJM) घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता महेश जोशी को गिरफ्तार कर लिया है। गुरुवार को दिनभर चली पूछताछ के बाद ईडी ने उन्हें शाम को गिरफ्तार किया। कोर्ट ने जोशी को 4 दिन की ईडी रिमांड पर भेज दिया है।
दरअसल, ईडी ने कई बार नोटिस भेजने के बाद गुरुवार दोपहर 1 बजे महेश जोशी को जयपुर स्थित मुख्यालय में पेश होने को कहा था। वे अपने निजी सहायक के साथ वहां पहुंचे और करीब 6 घंटे लंबी पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तारी के तुरंत बाद जोशी को मेडिकल परीक्षण के लिए एसएमएस अस्पताल ले जाया गया। शुक्रवार सुबह भी उन्हें दोबारा मेडिकल के लिए अस्पताल ले जाया गया।
गिरफ्तारी के बाद महेश जोशी का बयान
गिरफ्तारी के बाद महेश जोशी ने कहा कि मेरी पत्नी पिछले 15 दिनों से अस्पताल में मरणासन्न स्थिति में हैं। मैंने कोई गलती नहीं की, ना ही किसी से कोई पैसा लिया। मेरे खिलाफ यह कार्रवाई उन लोगों के बयानों के आधार पर की गई है, जिनके खिलाफ मैंने खुद सख्त कार्रवाई की थी। मुझे देश की कानून व्यवस्था पर पूरा भरोसा है।
यह राजनीतिक प्रतिशोध- गहलोत
महेश जोशी की गिरफ्तारी को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने X पर लिखा कि भाजपा का एक्सटॉर्शन डिपार्टमेंट बन चुके ED द्वारा पूर्व मंत्री महेश जोशी की गिरफ्तारी राजनीतिक प्रतिशोध का उदाहरण है। यह गिरफ्तारी ऐसे समय पर की गई है जब उनकी पत्नी करीब 15 दिन से जयपुर के एक अस्पताल में बेहोशी की हालत में जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष कर रही हैं। उनकी इच्छा थी कि इस मुश्किल परिस्थिति से निकलने के बाद ED को बयान दें। यह उन्हें भावनात्मक रूप से तोड़ने का प्रयास है जिससे उनसे मनमुताबिक बयान लिए जा सकें।
भाजपा का एक्सटॉर्शन डिपार्टमेंट बन चुके ED द्वारा पूर्व मंत्री श्री महेश जोशी की गिरफ्तारी राजनीतिक प्रतिशोध का उदाहरण है।
यह गिरफ्तारी ऐसे समय पर की गई है जब उनकी पत्नी करीब 15 दिन से जयपुर के एक अस्पताल में बेहोशी की हालत में जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष कर रही हैं। उनकी इच्छा…
जल जीवन मिशन के तहत पानी की पाइपलाइन और ट्यूबवेल जैसी परियोजनाओं में काम देने को लेकर करीब 900 करोड़ रुपये के घोटाले का आरोप है। इस घोटाले में पूर्व मंत्री महेश जोशी सहित 22 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की गई थी।
ईडी के अनुसार, महेश जोशी जब जलदाय मंत्री थे, तब उन्होंने अनुशंसा कर चहेती कंपनियों को टेंडर दिलवाए, भले ही उनके पास परियोजना का पर्याप्त अनुभव नहीं था। एसीबी की रिपोर्ट में जोशी का नाम 18 बार और तत्कालीन अधिकारी संजय बड़ाया का नाम 16 बार आया। कई बार दोनों के नाम एक साथ उल्लेख किए गए, जिससे घोटाले में उनकी मिलीभगत की आशंका और गहरी हो गई।
वहीं, सूत्रों के मुताबिक रिमांड अवधि के दौरान महेश जोशी को दस्तावेजों के साथ उनके सरकारी दफ्तर और निजी आवास पर भी ले जाया जा सकता है। जांच एजेंसियां पूरे घोटाले से जुड़े कागजात, लेन-देन, मेल और ऑडिट रिपोर्ट्स खंगालने में जुटी हैं।
यहां देखें वीडियो-
कौन हैं कांग्रेस नेता महेश जोशी?
महेश जोशी कांग्रेस (INC) के वरिष्ठ नेता हैं। गहलोत सरकार में उन्हें राजस्थान का लोक निर्माण विभाग मंत्री नियुक्त किया गया। जोशी ने 2009 में जयपुर लोकसभा सीट से 15वीं लोकसभा में जीत हासिल की। इसके बाद, 2018 में उन्होंने हवामहल विधानसभा क्षेत्र से राजस्थान विधानसभा चुनाव जीता। 2019 में उन्हें राजस्थान विधानसभा में मुख्य सचेतक बनाया गया और कैबिनेट मंत्री का दर्जा प्राप्त हुआ।