दरअसल, जेपी नड्डा जयपुर में एंटरटेनमेंट पैराडाइज (EP) में आयोजित अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती के मुख्य कार्यक्रम में भाग लेंगे, जहां वे अहिल्याबाई होल्कर के जीवन, योगदान और उनके आदर्शों पर प्रकाश डालेंगे। यह कार्यक्रम महिला केंद्रित होगा और इसमें भाजपा महिला मोर्चा, जयपुर संभाग की महिला कार्यकर्ता, और जनप्रतिनिधियों की भारी भागीदारी अपेक्षित है।
हालांकि, इस दौरे की असली राजनीतिक गर्माहट इसके पीछे संभावित रूप से होने वाली अनौपचारिक संगठनात्मक बैठक को लेकर है, जिसमें प्रदेश भाजपा की नई कार्यकारिणी, स्थानीय स्तर की गुटबाजी, और सरकार-संगठन समन्वय जैसे मसलों पर चर्चा की जा सकती है।
भाजपा कार्यालय में अहम बैठक संभव
पार्टी सूत्रों के अनुसार, जेपी नड्डा EP के मुख्य कार्यक्रम के बाद भाजपा प्रदेश कार्यालय पहुंच सकते हैं। यहां वे प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़, पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया, और अन्य वरिष्ठ नेताओं के साथ एक अनौपचारिक बैठक कर सकते हैं। इस बैठक में संभावित चर्चा के मुद्दे ये हो सकते हैं- प्रदेश संगठन की वर्तमान स्थिति का मूल्यांकन,कार्यकर्ताओं व नेताओं के बीच संवाद व समन्वय की स्थिति, आगामी निकाय चुनावों की रणनीति, सरकार व संगठन के बीच तालमेल की समीक्षा, गुटबाजी, मतभेदों और असंतोष की रिपोर्ट पर मंथन और नई प्रदेश कार्यकारिणी गठन को लेकर प्रारंभिक विचार हो सकता है।
बताते चलें कि भले ही यह बैठक आधिकारिक नहीं मानी जा रही, लेकिन इसके राजनीतिक निहितार्थ दूरगामी माने जा रहे हैं।
दौरे का शेड्यूल: क्या-क्या होगा?
नड्डा 31 मई को दोपहर 12:15 बजे जयपुर हवाई अड्डे पर उतरेंगे। इसके बाद, वे राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर में दोपहर 2 बजे से 3 बजे तक पुन्यश्लोक अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित एक सरकारी कार्यक्रम में शामिल होंगे। इसके बाद, वे जयपुर के जवाहर सर्किल से एंटरटेनमेंट पैराडाइज तक तिरंगा यात्रा का नेतृत्व करेंगे। इस यात्रा के बाद, वे एंटरटेनमेंट पैराडाइज के सेंट्रल लॉन में आयोजित एक भव्य कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में हिस्सा लेंगे, जिसमें जयपुर मंडल के अध्यक्ष, बीजेपी के राज्य और जिला स्तर के पदाधिकारी, निर्वाचित जनप्रतिनिधि और महिला मोर्चा की सदस्य शामिल होंगी।
शाम 6:20 बजे, नड्डा मुख्यमंत्री निवास पर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करेंगे। इसके अलावा, वे मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ के साथ संगठनात्मक और शासकीय प्रदर्शन की समीक्षा करेंगे, जिसमें कैबिनेट विस्तार, प्रमुख योजनाओं की स्थिति और ‘वन स्टेट, वन इलेक्शन’ जैसे मुद्दों पर चर्चा होगी।
जयपुर की हो सकती है अंतिम यात्रा
वहीं, राजस्थान में बीजेपी से जुड़े सियासी जानकारों का मानना है कि अगर नड्डा की बैठक में कुछ नेताओं के परफॉर्मेंस को लेकर असंतोष जाहिर किया गया तो जल्द ही कार्यकारिणी में फेरबदल की तस्वीर भी सामने आ सकती है। यह दौरा उन नेताओं के लिए भी संकेत बन सकता है जो संगठन में नई जिम्मेदारी की आशा लगाए बैठे हैं। बताया जा रहा है इस दौरान जेपी नड्डा लंबित राजनीतिक नियुक्तियों और प्रदेश कार्यकारिणी के पुनर्गठन पर भी विचार-विमर्श कर सकते हैं। यह दौरा उनकी वर्तमान राष्ट्रीय अध्यक्ष के कार्यकाल में अंतिम जयपुर यात्रा हो सकती है।