किसानों को सरकारी योजनाओं से जोडऩे और उनकी आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के लिए सरकार द्वारा एग्रीस्टेक योजना लागू की गई है। इस योजना के अंतर्गत किसानों का डिजिटल डाटाबेस तैयार किया जा रहा है जिससे उन्हें कृषि अनुदान, बीमा, तकनीकी सहायता, उन्नत बीज और अन्य सरकारी लाभ प्राप्त करने में सुविधा होगी।
जिला कलक्टर कल्पना अग्रवाल ने बताया कि जिले में किसानों के रजिस्ट्रेशन को लेकर प्रशासन और कृषि विभाग ने पूरी सक्रियता दिखाई। शिविरों के प्रभावी संचालन, जागरूकता अभियान और गांव-गांव जाकर ऑन-स्पॉट पंजीयन की सुविधा देने से कोटपूतली-बहरोड़ जिला यह मुकाम हासिल कर सका।
पंजीकरण अभियान को गति देने के लिए 12 मार्च को ही जिले में 4,012 किसानों का रजिस्ट्रेशन किया गया, जिससे यह राज्य में सबसे आगे निकल गया। जिला प्रशासन की सतत मॉनिटरिंग और प्रचार-प्रसार अभियान से किसानों में जागरूकता बढ़ी और वे बड़ी संख्या में शिविरों में पहुंचे।
जिला कलक्टर कल्पना अग्रवाल ने इस उपलब्धि के लिए स्थानीय प्रशासन, कृषि विभाग, पंचायत राज विभाग और किसान संगठनों को बधाई दी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि 31 मार्च तक सभी पात्र किसानों का पंजीयन सुनिश्चित किया जाए। साथ ही जो किसान अब तक रजिस्ट्रेशन से वंचित रहे हैं उनके लिए पूरक शिविरों का आयोजन किया जाएगा।
पंजीकृत किसानों को सरकारी योजनाओं का सीधा लाभ मिलेगा।कृषि अनुदान, बीमा और तकनीकी सहायता की सुविधा दी जा रही है।गांव-गांव शिविर लगाकर ऑन-स्पॉट पंजीयन की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। कृषि विभाग, पशुपालन विभाग और अन्य सरकारी योजनाओं की जानकारी दी जा रही है।
जिले में ग्राम पंचायत स्तर पर 31 मार्च तक शिविरों का आयोजन किया जाएगा ताकि हर किसान योजना से लाभान्वित हो सके। जिला कलेक्टर कल्पना अग्रवाल के अनुसार प्रदेश में कृषि क्षेत्र को डिजिटल रूप से सशक्त बनाने की दिशा में कोटपूतली-बहरोड़ जिले का यह पहला स्थान ऐतिहासिक है। प्रशासन और किसानों के संयुक्त प्रयासों से यह जिला प्रदेश का अग्रणी कृषि केंद्र बनने की ओर तेजी से अग्रसर है।