‘यह हमारा दुर्भाग्य कि ऐसे नमूने सदन में पहुंचे’
दरअसल, इस मामले को लेकर गोविंद सिंह डोटासरा ने भाजपा विधायक बालमुकुंदाचार्य पर निशाना साधते हुए कहा कि यह हमारा दुर्भाग्य है कि ऐसे नमूने सदन में पहुंच गए हैं। जनता ने उन्हें हिंदू-मुसलमान करने के लिए विधानसभा नहीं भेजा है। उन्होंने आगे कहा कि विधायक कभी महिलाओं के कार्ड चेक करने, कभी बच्चों के पीछे दौड़ने और कभी गनमैन से केले मंगाते हैं…इसके लिए जनता ने उनको चुना है क्या। भगवान करे कि वो सुरक्षित रहें, लेकिन मैं तो डीजीपी से उनकी सुरक्षा की मांग करता हूं। क्या पता उनके नफरत भरे कामों से कब किसका सिर फिर जाए।
MLA ने लाउडस्पीकर के लिए पुलिस में दी अर्ज़ी
बताते चलें कि जयपुर की हवामहल सीट से भाजपा विधायक स्वामी बालमुकुंदाचार्य ने हाल ही में जयपुर पुलिस कमिश्नर बीजू जोसेफ को पत्र देकर अपने विधानसभा क्षेत्र में पांच बार होने वाली लाउडस्पीकर अज़ान को बंद कराने की मांग की। उन्होंने कहा कि लाउडस्पीकर से तेज़ आवाज़ के कारण माइग्रेन और सिर दर्द की समस्या बढ़ रही है। यह समस्या गंभीर है और इसे रोका जाना चाहिए। विधायक ने इस मुद्दे को भाजपा विधि प्रकोष्ठ के होली मिलन समारोह में भी उठाया था और वकीलों से इस मामले में हस्तक्षेप करने की अपील की थी। उन्होंने कहा कि आप मेरे वकील बनकर इस समस्या से निजात दिलाइए।
डोटासरा ने BJP सरकार पर भी साधा निशाना
जयपुर में मीडिया से बातचीत करते हुए डोटासरा ने भाजपा सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मोदी जी को जनता ने तीन बार प्रधानमंत्री बना दिया, लेकिन वे सिर्फ वादे करके भूल जाते हैं। भाजपा सरकार हिंदू-मुसलमान के नाम पर ध्यान भटकाकर नफरत का माहौल बना रही है और संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग कर रही है। यह भी पढ़ें
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महिला कांग्रेस संगठन पर डोटासरा की चिंता
सोमवार को पीसीसी में महिला कांग्रेस के कार्यक्रम में डोटासरा ने कांग्रेस संगठन की स्थिति को लेकर भी चिंता जताई और भाजपा के महिला मोर्चा से इसकी तुलना की। उन्होंने कहा कि भाजपा के कार्यक्रमों में महिलाओं की संख्या अधिक होती है, जबकि हमारे कार्यक्रमों में कम। हमें इस पर गंभीरता से काम करने की जरूरत है। यह मातृशक्ति की गलती नहीं, बल्कि कांग्रेस नेतृत्व की जिम्मेदारी है। उन्होंने संगठन को मजबूत करने के लिए कहा कि महिला कांग्रेस में सक्रिय महिलाओं को आगे लाया जाए और सिर्फ सिफारिश के आधार पर पदाधिकारी न बनाए जाएं। जो मैदान में काम करता है, उसे संगठन में स्थान मिलना चाहिए। डोटासरा ने कांग्रेस नेताओं को भी चेताया और कहा कि 82 साल का हमारा राष्ट्रीय अध्यक्ष खरगे जी सक्रिय रह सकता है, तो हम क्यों नहीं? कई नेता 50-60 की उम्र में ही हांफने लगते हैं। हमें युवाओं को आगे लाना होगा, संगठन को मजबूत करना होगा।