रेलवे अधिकारियों ने बताया कि पश्चिम मध्य रेलवे मुख्यालय जबलपुर रेलवे विजिलेंस से सीबीआई को शिकायत मिली थी कि कोटा के सोगरिया रेलवे स्टेशन पर प्वाइंट्स मैन के पद पर कार्यरत महिला आशा मीणा ने रेलवे भर्ती परीक्षा की चयन प्रक्रिया में डमी लक्ष्मी मीणा की तस्वीरों, नकली पहचान, फिंगर प्रिंट का इस्तेमाल कर धोखाधड़ीपूर्वक नौकरी हासिल कर ली। मामले में सीबीआई ने प्वाइंट्स मेन आशा मीणा और डमी लक्ष्मी मीणा के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया है।
रेलवे कर्मचारी के घर पर छापा मारा
सीबीआई की टीमों ने कोटा के साथ करौली और अलवर में मामले से जुड़े संदिग्धों के घरों पर छापे मारे। कोटा में सीबीआई की टीम तीन गाड़ियों में भदाना रोड स्थित अमरूदों का बाग इलाके में पहुंची और एक रेलवे कर्मचारी के घर की करीब दो घंटे तलाशी ली। ढाई घंटे जांच-पड़ताल के बाद साढ़े चार बजे सीबीआई की टीम निकल गई। बताया जा रहा है कि टीम ने कई दस्तावेज बरामद किए हैं। पत्नी ने छोड़ा तो पति ने खोला था मामला
एक अन्य मामले में कोटा में करीब एक पखवाड़े पहले मनीष मीणा ने पत्नी सपना मीणा को रेलवे में नौकरी से बर्खास्त करने की मांग की थी। उसने बताया कि 2019 में आरआरबी बोर्ड अजमेर से ग्रुप डी की भर्ती में उसकी पत्नी ने ऑनलाइन आवेदन किया था। आवेदन के समय सपना का फोटो, साइन और फिंगर प्रिंट मिक्सिंग करके लगाए थे। बोर्ड ने 2023 में परीक्षा आयोजित की थी।
इसमें सपना की जगह डमी ने परीक्षा दी। रेलवे में कार्यरत एक रिश्तेदार ने नौकरी लगाने की एवज में 15 लाख रुपए लेकर डमी अभ्यर्थी से परीक्षा दिलवाई और वेरिफिकेशन और मेडिकल भी उसी से करवाया। फर्जी अभ्यर्थी के फोटो व जानकारी रेलवे के दस्तावेजों में भी दर्ज है। नौकरी लगने के बाद पत्नी ने पति को छोड़ दिया था। इस मामले में सपना मीणा भी प्रारंभिक जांच के बाद निलम्बित चल रही है।