यह लिया जाता है चार्ज
जयपुर समेत बड़े स्टेशन का एक लाख रुपए चार्जजयपुर, अजमेर, बीकानेर समेत बड़े स्टेशन पर शूटिंग का एक लाख रुपए प्रतिदिन व छोटे स्टेशनों पर 50 हजार रुपए तक चार्ज लिया जाता है। स्पेशल ट्रेन का किराया 4 लाख 75 हजार 345 रुपए है, जिसमें 4 नॉन एसी कोच व एक एसएलआर कोच शामिल होता है। एसी कोच का जीएसटी चार्ज अलग लगता है। 50 हजार रुपए प्रति कोच की सिक्योरिटी राशि जमा होती है।
25 अप्रेल से 10 मई तक अजमेर में फिल्म जॉली एलएलबी 3 की शूटिंग हुई। इससे 27.39 लाख रुपए कमाई हुई। वहीं 28-29 जुलाई को जोधपुर के थैयत हमीरा स्टेशन व मालगाड़ी में स्काईफोर्स की शूटिंग, 14 सितंबर को हिंदी सीरीज गद्दार की जोधपुर डिवीजन पर विशेष ट्रेन के साथ शूटिंग हुई थी। बीते वर्षों में अलग-अलग स्टेशनों पर भाग मिल्खा भाग, वीर, डेढ़ इश्किया, सुपर 30 के अलावा अपूर्वा, द नाइट आउल मर्डर्स समेत वेबसीरीज की भी शूटिंग हुई थी।
ऐसे मिलती है अनुमति
शूटिंग की अनुमति के लिए फिल्म मेकर स्वयं या उसका कोई प्रतिनिधि फिल्म की स्क्रिप्ट (जो हिस्सा रेल परिसर में शूट करना हो) के साथ सीपीआरओ को स्वीकृति के लिए अर्जी देता है। संबंधित मंडल या विभाग से फिजिबिलिटी मिलने के बाद फिल्म कंपनी के पेपर, एग्रीमेंट व जरूरी दस्तावेज जमा किए जाते हैं। इसके बाद शूटिंग स्थल, ट्रेन का बीमा, लाइसेंस फी, रोलिंग स्टॉक चार्ज समेत अन्य तय राशि जमा होती है।इसलिए बढ़ रही रुचि…चार्ज कम और भीड़ से राहत
दूसरे जोनल रेलवे के मुकाबले उत्तर पश्चिम रेलवे में शूटिंग का चार्ज कम है। यहां प्रमुख बड़े स्टेशनों पर 24 घंटे अत्यधिक भीड़भाड़ की स्थिति भी नहीं रहती है। इस वजह से फिल्म मेकर्स को दिक्कत भी नहीं आती है। उन्हें मनमाफिक लोकेशन पर शूट की परमिशन भी जल्दी मिल जाती है। अब सालभर में कई फिल्मों की शूटिंग हो रही है।- कैप्टन शशिकिरण, सीपीआरओ, उत्तर पश्चिम रेलवे