इस बड़ी कार्रवाई को एसीबी के उप अधीक्षक परमेश्वरलाल मीवाड़ी के नेतृत्व में अंजाम दिया गया। ACB की करीब 250 अधिकारियों व कर्मचारियों की दो दर्जन टीमों ने जयपुर, कोटपूतली, अजमेर, उदयपुर, बांसवाड़ा, मालपुरा, श्रीमाधोपुर, जैसलमेर सहित कई जिलों में सर्च ऑपरेशन चलाया।
जांच में सामने आया है कि अशोक जांगिड ने अपने नाम पर 19 अचल संपत्तियां, पत्नी के नाम 3 संपत्तियां और बेटे निखिल जांगिड के नाम पर 32 संपत्तियां खरीदी हैं। इन संपत्तियों में जयपुर, पावटा, श्रीमाधोपुर, मौजमाबाद, उदयपुर, अजमेर, मालपुरा, श्री मोहनगढ़ जैसलमेर जैसे शहरों और कस्बों में फार्म हाउस, दुकानें, मकान, खनिज लीज और व्यावसायिक प्लॉट शामिल हैं।
बड़ी बात यह है कि बेटे के नाम दर्ज खनिज लीजों के संचालन में करोड़ों रुपए की भारी-भरकम मशीनरी जैसे डंपर, ब्लास्टिंग मशीन, पोकलेन आदि में निवेश किया गया है। साथ ही, जांगिड परिवार के कुल 22 बैंक खातों में 21 लाख रुपए की राशि भी सामने आई है।
इसके अलावा, बच्चों की स्कूली, कोचिंग व उच्च शिक्षा पर करीब 30 लाख रुपए का खर्च भी स्पष्ट हुआ है। इस कार्रवाई में ACB ने PHE विभाग बांसवाड़ा, खनिज विभाग, उप-पंजीयक कार्यालय, और अन्य सरकारी संस्थानों से जुड़े कई रिकॉर्ड जब्त किए हैं।
फिलहाल एसीबी की टीम जयपुर के वैशाली नगर, पावटा, उदयपुर, अजमेर, मालपुरा और टोंक में संदिग्ध संपत्तियों पर छापे की कार्रवाई कर रही है। वहीं अभियंता अशोक जांगिड और उनके परिवार से पूछताछ भी जारी है।