डीसीपी वेस्ट अमित बुढ़ानिया ने बताया कि देर रात पुलिस कॉन्स्टेबल पूरणमल ने हौसला दिखाते हुए ट्रक के शीशे को तोड़कर ड्राइवर को सुरक्षित बाहर निकाला। उन्होंने पुलिसकर्मियों के कार्य की सराहना की। उन्होंने कहा कि भांकरोटा वीभत्स हादसे के बाद ऐसे ट्रक के पास जाना एक मुश्किल फैसला था।
चौमूं थाना प्रभारी प्रदीप शर्मा ने बताया कि टैंकर खाली था और जयपुर से चौमूं की ओर आ रहा था। चौमूं पहुंचने से पहले ही यह हादसा हो गया। हाईवे के दोनों ओर एक टोल प्लाजा और जैतपुरा क्षेत्र के आस-पास एक किलोमीटर पहले ही ट्रैफिक को रोका गया था। फिलहाल मौके पर क्रेन की मदद से टैंकर को साइड में हटवाकर यातायात को सुचारु कर दिया गया है। हादसे में किसी प्रकार की कोई जनहानि की घटना नहीं हुई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
10 दिन में लगातार गैस टैंकरों के हादसे… केस 1 – 20 दिसंबर की सुबह गैस टैंकर की ट्रक से भिड़ंत हुई। भिड़ंत इतनी तेज थी कि गैस टैंकर के तीनों नोजल टूट गए। अचानक हुई इस टक्कर से गाड़ियां आपस में टकरा कर रुक गईं। जैसे ही लोगों को गैस फैलने का आभास हुआ, सभी अपनी गाड़ियों को स्टार्ट कर फटाफट वहां से निकलने की कोशिश करने लगे। इस बीच गाड़ियों के टकराने, इग्निशन के स्पार्क या सड़क पर गाड़ियों के रगड़ से पैदा हुई चिंगारी से आसपास जमीन से 4 से 5 फुट की ऊंचाई पर हवा में तैर रही गैस में आग लग गयी। जितनी दूरी तक एलपीजी गैस फैली थी, वहां तक पलक झपकते ही आग की लपटें पहुंच गई। गैस के विस्फोट के दायरे में जो कोई भी आया वह बुरी तरह झुलस गया।
केस 2 – 21 दिसंबर की रात में दिल्ली मुंबई सुपर एक्सप्रेस वे पर रैणी थाना क्षेत्र में केमिकल से भर टैंकर पलट गया। बाद में पुलिस व हाइवे की टीम ने क्रेन बुलाकर टैंकर को हटाया। मौके पर लोगों में दहशत हो गई। बाद में पुलिस ने मोर्चा संभाला।
केस 3 – 21 दिसंबर को चित्तौड़गढ़-उदयपुर हाइवे पर सुखवाड़ा के पास एक बड़ा हादसा होने से बच गया। एक गैस से भरे टैंकर का टायर फटने से अनियंत्रित होकर डिवाइडर पर चढ़ गया। जोर से धमाका होने पर पास में संचालित होटल मालिक ने मौके पर जाकर देखा तो टैंकर क्षतिग्रस्त होकर पड़ा हुआ था। टैंकर गुजरात के कांडला पोर्ट से चंदेरिया की तरफ जा रहा था।
केस 4 – 28 दिसंबर को जयपुर दिल्ली हाईवे पर चंदवाजी इलाके में मेथेनॉल से भरा टैंकर पलटा गया। इसके बाद जयपुर से दमकल की दर्जनों गाड़ियां मौके पर पहुंची। हादसे के बाद पुलिस ने एक किलोमीटर के एरिया को पूरी तरीके से खाली करा दिया है। लोगों को मौके से दूर रखने के लिए लाउड स्पीकर पर बार-बार आवाज लगाई गई। बाद में पुलिस व प्रशासन ने हालात को संभाला।
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