रामगंज थाना पुलिस ने बताया कि सोनू ने यह सारा माल भरतपुर के रहने वाले किसी तौफीक से लिया था। इन्हें जयपुर में बेचने के बाद अजमेर और सिरोही जिले में बेचने जाना था। उसके बाद दिल्ली और हरियाणा में भी जाना था। सोनू ने पुलिस को बताया कि नशे के लिए वह इस तरह की तस्करी कर रहा था।
पुलिस ने बताया कि सोनू के बारे में किसी ने पुलिस को जानकारी दी थी। उसके बाद डीएसटी टीम ने गुप्त तरीके से उसकी टोह ली और पूरी जानकारी जुटाई। फिर रामगंज थाने की पुलिस के साथ मिलकर उसे घेरा गया और उसे कछुए बेचते हुए अरेस्ट कर लिया गया। उसने पुलिस को बताया कि उसके बैग में सब्जी है। जब बैग खोला गया तो उसमें से कछुए के बच्चे निकले। ये स्टार कछुए थे जिन्हें गुडलक के नाम पर बेचा जा रहा था। अब यह भी पूछताछ की जा रही है कि किन लोगों ने इसे खरीदा है।