परिवादी के अनुसार, उसकी शादी 7 दिसंबर 2024 को सवाई माधोपुर निवासी मनीषा से हिंदू रीति.रिवाजों के अनुसार संपन्न हुई थी। शादी के बाद मनीषा कुछ समय तक सामान्य व्यवहार करती रही, लेकिन धीरे.धीरे उसकी नीयत परिवादी और उसकी विधवा मां के गहनों और नकदी पर आ गई। वह महंगे होटलों में जाने, महंगे उपहारों की मांग करने लगी और जब उसे मना किया जाता, तो विवाद करती थी।
22 दिसंबर 2024 को मनीषा ने अपनी बहन के घर जाने की इच्छा जताई। इसी बहाने वह अपने भाई और बहनोई को घर बुला लाई। जब परिवादी अपने काम में व्यस्त था, तब मनीषा और उसके परिजनों ने परिवादी की मां को बातों में उलझाकर अलमारी की चाबी चुरा ली और घर में रखे लाखों के गहने और नकदी समेट ली। इसके बाद 24 मार्च को मनीषा रातों.रात घर से एक कार लेकर फरार हो गई। उसने अपने साथ हाथ की घड़ी, चांदी की पायजेब, सोने की बिछिया, चांदी के कड़े और अन्य गहनों के साथ कुल 36.50 लाख रुपये की नकदी भी ले गई।
पीड़ित युवक का आरोप है कि जब उसने इस धोखाधड़ी का विरोध किया और अपनी पत्नी से संपर्क करने की कोशिश की, तो मनीषा ने खुद को निर्दोष दिखाने के लिए दहेज उत्पीड़न की झूठी रिपोर्ट दर्ज करा दी। पुलिस इस केस की भी जांच कर रही है।
इस घटना के बाद पीड़ित जब पुलिस थाने में शिकायत करने गया, तो उसकी रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई। इसके बाद उसने डीसीपी कार्यालय में भी शिकायत भेजी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। पुलिस की उदासीनता के चलते परिवादी को अंततः न्यायालय की शरण में जाना पड़ा। कोर्ट से मामला पुलिस के पास पहुंचा है और पुलिस ने चोरी, ठगी समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज किया है। मनीषा के साथ ही परिवार के कुछ लोग भी नामजद हैं।