ट्रेनों में तीर्थस्थलों के स्पष्ट संकेतक होंगे
तीर्थ यात्रा में इस्तेमाल होने वाली रेलगाड़ियों की साफ-सफाई, साज-सज्जा और तीर्थस्थलों के स्पष्ट संकेतकों की व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए हैं, ताकि यात्रियों को गंतव्यों की बेहतर जानकारी मिल सके और राजस्थान पर्यटन को भी बढ़ावा मिल सके।गोवा और आगरा की भी करेंगे यात्रा
इस बार की यात्रा में त्र्यंबकेश्वर, दश्मेश्वर, गोवा और आगरा जैसे प्रमुख स्थलों को शामिल किया जाएगा। वर्ष 2025—2026 में तीर्थ यात्रा योजना के तहत 6000 वरिष्ठजन को हवाई मार्ग और 50 हजार वरिष्ठजन को एसी ट्रेन से विभिन्न तीर्थों की यात्रा करवाई जाएगी।मिलेगा नया अनुभव
शासन सचिव केके पाठक ने बताया कि ट्रेनों की विशेष डिजाइनिंग की जाएगी। प्रत्येक डिब्बे पर राजस्थान के अलग-अलग मंदिर, दुर्ग, अन्य पर्यटक स्थल व अभ्यारण्य नजर आएंगे। लोक नृत्य, त्योहार, लोक कलाएं, तीज त्योहार की झलक 14 डिब्बों पर नजर आएगी। अलग—अलग थीम के साथ डिजाइन तैयार करवाई जा रही है। बीते साल तक कई बुजुर्ग कुछ जगहों की यात्रा के लिए इच्छुक नहीं थे। ऐसे में इस बार गोवा के गिरिजाघरों को शामिल किया जाएगा।अगले महीने से शुरू होगी आवेदन की प्रक्रिया
आवेदन की प्रक्रिया अगले महीने से शुरू होगी। 50 हजार वरिष्ठजन को एसी ट्रेन से तीर्थ यात्रा करवाई जाएगी। यात्रा में पूरी तरह सुगमता का ध्यान रखा जाएगा। पहली बार सभी बुजुर्ग ऐसी ट्रेन से यात्रा करेंगे। ट्रेनों की सजावट भी देखने लायक होगी।जोराराम कुमावत, मंत्री, देवस्थान विभाग