स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) बुधवार देर रात को फतेहगढ़ से हनुमानाराम को जयपुर मुख्यालय लेकर पहुंची और पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार हनुमानाराम से एसओजी ने पूछताछ की तो उसने चौंकाने खुलासा किया। पूछताछ में हनुमानाराम ने बताया कि उसने एक नहीं दो अभ्यर्थियों की जगह परीक्षा दी थी।
अब खुलेंगे कई और राज
एसओजी अब नरपतराम व हनुमानाराम को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ करेगी। ऐसे में कई राज खुलने की संभावना है। एसओजी के एएसपी चिंरजीलाल मीना ने गुरुवार को एसडीएम हनुमानाराम को कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे एक दिन के रिमांड पर एसओजी को सौंप दिया। यह भी पढ़ें
बचपन में जमकर की पढ़ाई, जवानी में बना RAS, फिर एक गलती ने पहुंचाया जेल; जानें कौन है हनुमानाराम
बचने के लिए भेज दिया गोवा
गौरतलब है कि जोधपुर रेंज ने डमी अभ्यर्थी बैठाकर थानेदार बनी हरखू की जगह परीक्षा देने के मामले में इंद्रा को गिरफ्तार किया था। इंद्रा को डमी अभ्यर्थी बनाकर परीक्षा में बैठाने के बदले में उसके पति नरपतराम ने हरखू से 15 लाख रुपए लिए थे। आरोपी नरपतराम को गोवा से पकड़ा गया था। एसओजी जयपुर मुख्यालय की टीम ने पति-पत्नी से पूछताछ की तो सामने आया कि हनुमानाराम ने नरपतराम को पुलिस से बचने के लिए गोवा भेजा था। उसकी जगह परीक्षा में हनुमानाराम डमी अभ्यर्थी बनकर बैठा था। एसओजी ने इसी मामले में हनुमानाराम को फतेहगढ़ से पकड़ा।