रामनवमी पर मिलेगा बड़ा तोहफा : जेडीए का एक और धमाका, 777 आवासीय भूखण्ड़ों की प्रक्रिया होगी शुरू
पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर ने सोमवार को विधानसभा में कहा कि राज्य सरकार द्वारा प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता के लिए पुरजोर प्रयास किये जा रहे हैं। ऐसा पहली बार है कि जब प्रदेश सरकार द्वारा शहरी क्षेत्रों की तरह गांवों में भी साफ सफाई के लिए विशेष रूप से जोर दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार कि मंशा है कि आने वाले एक वर्ष में राजस्थान संपूर्ण देश में सबसे स्वच्छ ग्रामीण प्रदेश के रूप में अपनी पहचान बनाए।सफाईकर्मियों को मिलेंगे सुरक्षा उपकरण, न्यूनतम 297 रुपए मजदूरी तय
दिलावर ने बताया कि सफाईकर्मियों को प्रतिदिन न्यूनतम 297 रुपए मजदूरी देने का प्रावधान है। इसके अलावा सफाईकर्मियों को सुरक्षा उपकरणों के तौर पर ग्लव्स, गमबूट, एप्रन, चश्में एवं टोपी उपलब्ध कराए जाते हैं।उन्होंने बताया कि पंचायतीराज संस्थाओं को आधारभूत सेवाओं के रखरखाव प्रदायगी एवं विकास केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा पर्याप्त अनुदान राशि उपलब्ध करायी जाती है। इस अनुदान राशि से करवाये जाने वाले कार्यों का चयन भी स्थानीय स्तर पर ही संबंधित पंचायती राज संस्थाओं द्वारा किया जा कर ग्राम पंचायत विकास योजना (GPDP) बनाई जाती है एवं इसी योजना से कार्यों का चयन कर राशि की उपलब्धता एवं कार्यों की प्राथमिकता के अनुसार स्वीकृतियां भी स्थानीय स्तर पर ही जारी की जाती है। उन्होंने बताया कि गांवों को कीचड़ मुक्त रखने जहां पर भी नाली निर्माण/सड़क निर्माण के कार्य अपेक्षित हैं, संबंधित पंचायती राज संस्था इन कार्यों को स्वीकृत करने में सक्षम हैं।