तेजस्विनी गौतम ने क्या बताया?
डीसीपी ईस्ट तेजस्विनी गौतम ने बताया कि निर्मल चौधरी के खिलाफ 2022 में गांधी नगर थाने में राजकार्य में बाधा, सरकारी संपत्ति को नुकसान और पुलिस से बदसलूकी का मुकदमा दर्ज था। इस मामले में अपराध सिद्ध होने के बाद पुलिस ने कार्रवाई की। गौतम ने स्पष्ट किया कि चौधरी को एग्जाम देने के बाद हिरासत में लिया गया।अगस्त 2022 का है यह मामला
बताते चलें कि 22 अगस्त 2022 को राजस्थान यूनिवर्सिटी में छात्रसंघ चुनाव से पहले नामांकन के दिन बिना अनुमति रैली निकालने पर पुलिस और छात्रों में झड़प हो गई थी। इस दौरान निर्मल चौधरी और उनके समर्थकों पर पुलिस जीप तोड़ने, एसएचओ की वर्दी फाड़ने और डीएसपी मुकेश चौधरी को घायल करने का आरोप लगा। हिंसक झड़प में कई छात्रों को भी चोटें आई थीं। पुलिस ने लाठीचार्ज कर स्थिति को नियंत्रित किया था।यहां देखें वीडियो-
वहीं, आज निर्मल चौधरी की हिरासत के बाद कैंपस में कुछ छात्रों ने हंगामा किया, लेकिन पुलिस की गाड़ी जाने के बाद मामला शांत हो गया। चौधरी ने आरोप लगाया कि सुबह से ही सिविल ड्रेस में पुलिस उनकी निगरानी कर रही थी और उन्हें जबरन हिरासत में लिया गया। विधायक पूनिया ने पुलिस के व्यवहार को गुंडागर्दी करार देते हुए कहा कि उन्हें और चौधरी को अपराधियों की तरह पकड़ा गया।