एसएमएस अस्पताल में लाए गए प्रत्यशदर्शी सुनील खटीक ने बताया कि खुली आंखों से बलास्ट देखा। वह बस में जयपुर आ रहा था। तभी अजमेर रोड पर टैंकर बलास्ट हुआ तो उनकी बस चपेट में आ गई। आग का गोला नजर आ रहा था। उन्हे कुछ समझ ही नही आ रहा था। बाकी सवारियों का क्या हुआ। उन्हें मालुम ही नहीं है। हादसे के बाद सुबह हर तरफ चीत्कार सुनाई दे रही थी। एबुंंलेंस उन्हें अस्पताल लेकर आई है और वह अपना इलाज करा रहे है।
प्रत्यक्षदर्शी जगदीश ने बताया कि ऐसा हादसा जिंदगी में पहली बार देखा। बलास्ट देखा तो लगा कि सब कुछ खत्म हो गया। वह लेकसिटी बस में बैठा था, तभी अचानक टैंकर बलास्ट हुआ और उनकी बस चपेट में आ गई। हादसे के बाद हर तरफ भगदड़ मची हुई थी। लोग झुलसे हुए पड़े थे। जगदीश को खुद भी नहीं पता कि कब क्या और कैसे हुआ। एंबुलेंस अस्पताल लेकर उसे आई और डॉक्टरों ने उसका इलाज किया।